प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यावाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने विपक्षी दल के उन आरोपों पर जोरदार पलटवार किया, जिसमें कहा गया था कि बीजेपी सरकार ने संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाया है.
उन्होंने संघीय ढांचे (फेडरलिज्म) पर बाबा साहेब अंबेडकर के विचार सभी विपक्षी सांसदों को पढ़ने को कहा. उन्होंने अंबेडकर के विचारों को साझा करते हुए कहा कि अंबेडकर ने संविधान सभा में कहा था, "यह फेडरेशन एक यूनियन है क्योंकि यह अटूट है. प्रशासनिक सुविधा हेतु विभिन्न राज्यों में विभाजित किया जा सकता है लेकिन देश अभिन्न रूप से एक है."
केंद्र और राज्यों के संबंधों को लेकर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने अतीत की कई राजनीतिक घटनाएं गिनाईं और कांग्रेस पर पलटवार किया. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने किसी को नहीं छोड़ा, अपने नेताओं तक को नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के काल में जरा-जरा सी बात पर मुख्यमंत्री हटा दिए जाते थे. पीएम ने कहा कि आंध्र प्रदेश के एक मुख्यमंत्री टी अंजैया जी के साथ क्या हुआ था, ये सदन के नेता अच्छी तरह से जानते हैं.
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पीएम ने कहा कि एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री के बेटे को इंतजाम पसंद नहीं आया तो रातों-रात मुख्यमंत्री बदल दिया गया. इसी तरह कर्नाटक के मुख्यमंत्री वीरेंद्र पाटिल जी को भी अपमानित करके पद से हटाया गया था, वह भी तब जब वह बीमार थे.
पीएम ने कहा कि हमारी सोच कांग्रेस की तरह संकीर्ण नहीं है. हमारी सोच में राष्ट्रीय लक्ष्य और क्षेत्रीय आकांक्षाओं का सम्मिश्रण है. हम समझते हैं कि बिना राज्यों की प्रगति के देश समृद्ध नहीं हो सकता. पीएम ने कहा कि जब मैं गुजरात में था तो मुझ पर केंद्र सरकार ने क्या-क्या जुल्म नहीं किए.
पीएम ने कहा, ''जब मैं गुजरात में था, मुझ पर क्या-क्या जुल्म हुए दिल्ली की सरकार द्वारा, इतिहास गवाह है, क्या कुछ नहीं हुआ मेरे साथ, गुजरात के साथ क्या नहीं हुआ लेकिन उस कालखंड में भी मैं एक ही बात कहता था कि देश के विकास के लिए गुजरात का विकास. दिल्ली में किसकी सरकार है ये सोचकर नहीं चलते थे.''