उत्तर भारत के सबसे अहम और 'हिन्दी बेल्ट की जान' कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश राज्य में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है पीलीभीत संसदीय सीट, यानी Pilibhit Parliamentary Constituency, जो अनारक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1761207 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी फिरोज वरुण गांधी को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 704549 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में फिरोज वरुण गांधी को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 40 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 59.34 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर SP प्रत्याशी हेमराज वर्मा दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 448922 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 25.49 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 37.81 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 255627 रहा था.
इससे पहले, पीलीभीत लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1671154 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी मेनका संजय गांधी ने कुल 546934 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 32.73 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 52.06 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे SP पार्टी के उम्मीदवार बुधसेन वर्मा , जिन्हें 239882 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 14.35 प्रतिशत था और कुल वोटों का 22.83 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 307052 रहा था.
उससे भी पहले, उत्तर प्रदेश राज्य की पीलीभीत संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1310007 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से BJP उम्मीदवार फिरोज वरुण गांधी ने 419539 वोट पाकर जीत हासिल की थी. फिरोज वरुण गांधी को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 32.03 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 50.09 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर INC पार्टी के उम्मीदवार वीएम सिंह रहे थे, जिन्हें 138038 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 10.54 प्रतिशत था और कुल वोटों का 16.48 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 281501 रहा था.