चार महीने का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद मंगलवार को ओडिशा के आईएनएस चिल्का में 2,585 अग्निवीरों के पहले जत्थे की पासिंग आउट परेड हुई. नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने पासिंग आउट परेड में नए रंगरूटों से सलामी ली, जो सूर्यास्त के बाद आयोजित की गई थी. सूर्यास्त के बाद आयोजित परेड भारतीय सशस्त्र बलों में अपनी तरह का पहला प्रयोग था. परंपरागत रूप से, पासिंग आउट परेड सुबह में आयोजित की जाती है.
पूर्व एथलीट और राज्यसभा सांसद पीटी उषा, पूर्व क्रिकेटर मिताली राज भी ऐतिहासिक कार्यक्रम में उपस्थित थी. पास होने वालों में 272 महिला अग्निवीर हैं. अधिकारियों ने कहा कि एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील चिल्का झील में प्रशिक्षण लेने वाले इन अग्निवीरों को समुद्री प्रशिक्षण के लिए सीमावर्ती युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि आईएनएस चिल्का में दिए गए प्रशिक्षण में कर्तव्य, सम्मान और साहस के मूल नौसेना मूल्यों के आधार पर शैक्षणिक, सेवा और बाहरी प्रशिक्षण शामिल था. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, एडमिरल हरि कुमार ने अग्निवीरों से ज्ञान की एक मजबूत नींव, सीखने की इच्छा और अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता विकसित करने को कहा.
एडमिरल हरि कुमार ने अग्निवीरों से राष्ट्र निर्माण के लिए नौसेना के कर्तव्य, सम्मान और साहस के मूल मूल्यों को बनाए रखने का भी आग्रह किया.
अधिकारियों ने कहा कि इस पहले जत्थे में वे अग्निवीर भी शामिल हैं जो इस साल कर्तव्य पथ पर भारतीय नौसेना के गणतंत्र दिवस परेड दल का हिस्सा थे.
कार्यक्रम में मेधावी अग्निवीरों को मेडल व ट्राफी भी दी गई.
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