कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता पीसी चाको (PC Chacko) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस छोड़ने के बाद NDTV से बातचीत में उन्होंने कहा, 'मैंने कांग्रेस में अंदरूनी लोकतंत्र की कमी की वजह से पार्टी छोड़ी है.' उन्होंने BJP में शामिल होने की खबरों का खंडन किया. चाको ने कहा कि किसी भी सांप्रदायिक पार्टी में शामिल होने का विचार उनके लिए अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल को केरल (Kerala Elections 2021) में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले उनके पास कांग्रेस से इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.
74 वर्षीय पीसी चाको ने कहा, 'मेरे सामने सिर्फ एक यही रास्ता था. मैं पार्टी में किसी पद पर नहीं था लेकिन मैं अपने काम से संतुष्ट होना चाहता था. एक लोकतांत्रिक पार्टी में होना मेरे लिए संतुष्टि की बात थी, जब हमारे विचार सुने जाते थे, जब हमें फैसले लिए जाने वाली टीम में शामिल किया जाता था, ये संतुष्टि हमें और ज्यादा काम करने के लिए प्रेरित करती थी.'
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बीजेपी में शामिल होने की खबरों पर उन्होंने कहा, 'मैं बिल्कुल भी बीजेपी में शामिल नहीं हो रहा हूं. मैं किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हो रहा हूं. बीजेपी मेरे लिए पूरी तरह अस्वीकार्य प्रस्ताव है. मैं कांग्रेस में था क्योंकि यह एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है. मैं बीजेपी जैसी सांप्रदायिक पार्टी में शामिल होने की कल्पना भी नहीं कर सकता.'
पीसी चाको ने कहा कि केरल कांग्रेस में दो ग्रुप हैं, ए और बी. दोनों ने विधानसभा क्षेत्र बांटे हुए हैं और प्रत्याशियों का चयन कर रहे हैं. जीतना उनका आइडिया नहीं है.
चाको ने आरोप लगाया कि उन्होंने पार्टी हाईकमान के सामने समस्याओं को उठाया था, लेकिन उनका समाधान नहीं किया गया. जब उनसे पूछा गया कि हाईकमान से उनका मतलब सोनिया गांधी या राहुल गांधी से है, तो पीसी चाको ने कहा, 'उन्होंने मेरी शिकायतों का संज्ञान लिया था और केरल कांग्रेस के नेताओं को उन्हें हल करने को बोला था लेकिन अगर शिकायतों नहीं सुनी जा रहीं, तो इसका क्या मतलब है.'
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