- भाजपा के अमित मालवीय ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के दो वोटर आईडी होने का दावा किया है.
- मालवीय ने राहुल गांधी पर वोट चोरी के मुद्दे पर झूठे आरोप लगाने पर निशाना साधा है.
- पवन खेड़ा के पास पूर्वी दिल्ली और नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्रों के दो एपिक नंबर होने का दावा किया जा रहा है.
भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए हैं. अमित मालवीय ने दावा किया कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के नाम पर दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में एक्टिव वोटर आईडी कार्ड मौजूद हैं. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा, जो 'वोट चारी' को लेकर अभियान चला रहे हैं. अमित मालवीय ने दावा किया कांग्रेस लीडर सोनिया गांधी ने भारतीय नागरिकता मिलने से पहले ही वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करा लिया था.
पवन खेड़ा बोले- मालवीय ने भी EC पर ही बोला है हमला
दो-दो वोटर कार्ड रखने के आरोप पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी यही सवाल तो चुनाव आयोग पर उठा रहे हैं. चुनाव आयोग की प्रक्रिया और काम करने की कार्यशैली पर ही हम सवाल उठा रहे हैं. अनुराग ठाकुर हों या अमित मालवीय दोनों गोली कांग्रेस पर चलाने की कोशिश करते हैं, लेकिन लग जाती है वो फिर से चुनाव आयोग को. हम भी चुनाव आयोग से ये जानना चाहते हैं कि ये वोटर लिस्ट बीजेपी के पास है, चुनाव आयोग के पास है, लेकिन जब कांग्रेस पार्टी मांगती है, तो उसे मना कर दिया जाता है. हमें बीजेपी से पता चला है कि हमारे नाम कहां-कहां हैं.'
मैंने नाम कटवाने की पूरी प्रक्रिया का पालन किया था
पवन खेड़ा ने आगे कहा, 'अब मैं चुनाव आयोग से जानना चाहता हूं कि नई दिल्ली विधानसभा में किससे वोट डलवाया जा रहा है? मैं ये जानना चाहता हूं, मुझे वहां का सीसीटीवी फुटेज चाहिए. मेरा नाम अब तक उस विधानसभा की वोटर लिस्ट में क्यों है? मैं 2016 में वहां से शिफ्ट कर गया था. तब मैंने नाम कटवाने की पूरी प्रक्रिया का पालन किया था, फिर अभी तक नाम क्यों है. इसी बात को राहुल गांधी 7 अगस्त से आज तक चुनाव आयोग से पूछ रहे हैं, सवाल उठा रहे हैं कि आखिर ये चल क्या रहा है? इस तरह के लाखों-करोड़ों नाम देशभर के निर्वाचन क्षेत्रों में चल रहे हैं और उसका दुरुपयोग भी हो रहा है. चुनाव आयोग सफाई देता है कि इसीलिए SIR लेकर आए हैं. एसआईआर में क्या आ रहा है, वो आपके सामने हैं.'
कांग्रेस लीडर ने कहा कि अमित मालवीय को मैं यह कहना चाहता हूं कि जो बार-बार चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं, हमारे साथ आकर लगाइए ना. मिलकर आरोप लगाने से शायद आपके माध्यम से हमें भी जवाब मिल जाएंगे. सुबह तो मुझे एक बार लगा कि वो कांग्रेस में आ गए हैं, क्योंकि यही सवाल तो हम उठा रहे हैं.
अमित मालवीय ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'राहुल गांधी ने जोर-जोर से 'वोट चोरी' चिल्लाया. लेकिन जैसे वो ये बताना भूल गए कि उनकी मां सोनिया गांधी ने भारतीय नागरिक बनने से पहले ही भारत की मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया था, वैसे ही अब ये बात सामने आई है कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा, जो गांधी परिवार से अपनी नजदीकी दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते, के पास दो सक्रिय एपिक नंबर हैं (जंगपुरा और नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्रों में, जो क्रमशः पूर्वी दिल्ली और नई दिल्ली लोकसभा सीटों के अंतर्गत आते हैं).'
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के 2 एपिक नंबर
मालवीय के एक्स पोस्ट के अनुसार,
पहले वोटर आईडी की डिटेल
- नाम - पवन खेड़ा
- पिता का नाम- एचएल खेड़ा
- एपिक नंबर- एक्सएचसी1992338
- विधानसभा- 41 जंगपुरा
- पार्ट नंबर- 28
- पार्ट नाम - निजामुद्दीन ईस्ट
- सीरियल नंबर- 929
दूसरा वोटर आईडी कार्ड
- नाम - पवन खेड़ा,
- पिता का नाम- एचएल खेड़ा
- एपिक नंबर- एसजेई 0755967
- विधानसभा- 40 नई दिल्ली
- पार्ट नंबर- 78
- पार्ट नाम- काका नगर
- सीरियल नंबर- 820 है.
क्या पवन खेड़ा ने कई बार मतदान किया?
अमित मालवीय ने कहा कि अब चुनाव आयोग को यह जांच करनी है कि पवन खेड़ा के पास दो सक्रिय एपिक नंबर कैसे हैं और क्या उन्होंने कई बार मतदान किया, जो चुनावी कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन है. मालवीय ने कहा कि पवन खेड़ा न केवल दो वोटर आईडी रखने के अपराध में शामिल हैं, बल्कि बिहार में भ्रामक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वोटरों को गुमराह कर रहे हैं, भ्रम फैला रहे हैं और भारत की मजबूत चुनावी प्रक्रिया को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. स्पष्ट रूप से कहें तो राहुल गांधी ने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा में अपने झूठे आरोपों की जांच के लिए अभी तक कोई औपचारिक शिकायत नहीं की है. इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में गलत काम के आरोपों को पहले ही खारिज कर दिया है.
कांग्रेस ही असली 'वोट चोर': मालवीय
मालवीय ने आगे कहा कि सच यह है कि कांग्रेस ही असली 'वोट चोर' है. वे सभी को अपने जैसा बदनाम करना चाहते हैं. लंबे समय तक उन्होंने अवैध घुसपैठियों और गैर-भारतीयों को वैधता देकर हमारी चुनावी व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया और जनादेश चुराया. अब उन्हें डर है कि चुनाव आयोग की विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया उनकी सच्चाई उजागर कर देगी. यह समय है कि भारत समझे कि राहुल गांधी हमारे लोकतंत्र के लिए खतरनाक हैं.