संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर लोकसभा सचिवालय के 7 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इन सभी कर्मचारियों को लोकसभा की सुरक्षा में चूक में लिए दोषी पाया गया है. बता दें कि इस घटना के बाद गृहमंत्रालय ने इस की जांच के भी आदेश दिए हैं. पुलिस इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस इन सभी आरोपियों से फिलहाल पूछताछ कर रही है.
पुलिस की शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि इन लोगों का मकसद विभिन्न मुद्दों की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करने का था. सूत्रों ने बताया कि पांचों आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि वे बेरोजगारी, किसानों की परेशानी और मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दों से परेशान थे.
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उन लोगों ने ध्यान आकर्षित करने के लिए जानबूझकर रंगीन धुएं का इस्तेमाल किया ताकि संसद में बैठे लोग अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा कर सकें. सभी आरोपियों की विचारधारा एक थी और इसलिए उन लोगों ने सरकार को संदेश देने का फैसला किया था. हालांकि, सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या इन्हें किसी ने या किसी संगठन ने निर्देश दिया था.