संसद के मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) से एक दिन पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई. पीएम ने सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) में कहा कि विपक्ष का सुझाव महत्वपूर्ण होता है. बहस काफी मायने रखती है और सार्थक और स्वस्थ चर्चा होनी चाहिए. प्रधानमंत्री (PM Modi) ने कहा कि नियम के मुताबिक हर मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार है. संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने बैठक के बाद बताया कि मानसून सत्र के मद्देनजर 33 दलों के सदन के नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया और कुल 40 से ज़्यादा नेता इसमें शामिल रहे. कई नेताओं ने अहम मुद्दों पर चर्चा को लेकर अपने सुझाव दिए हैं.
इस बैठक में सरकार विपक्षी दलों से मानसून सत्र को सुचारूपूर्ण ढंग से चलाने पर सहयोग मांगा. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सभी दलों को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया था. बैठक के लिए अभी तक राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, आनंद शर्मा, संजय राउत, पशुपति पारस, अनुप्रिया पटेल, रामगोपाल यादव, त्रुची शिवा, टीआर बालू, हरसिमरत कौर बादल, डेरेक ओ ब्रायन, सुदीप बंधोपाध्याय, संजय सिंह पहुंच चुके हैं.
सोमवार से शुरू होने वाला सत्र 13 अगस्त तक चलेगा. इस दौरान विपक्ष महंगाई, तेल के दामों में बढ़ोतरी, कोरोना के टीकों की कमी, किसान आंदोलन, राफेल डील, भ्रष्टाचार और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. वहीं सरकार की कोशिश रहेगी कि इस सत्र में तीन अध्यादेशों समेत कुल 23 विधेयक पास करवाए. इनमें में 17 नए बिल हैं.
एक दिन पहले यानी शनिवार को ही केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के घर जाकर उनसे भेंट की है. उनके साथ संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन भी थे. बिरला और मंत्रियों के बीच सोमवार से प्रारंभ हो रहे मानसून सत्र को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. स्पीकर से कल कुल आठ केंद्रीय मंत्रियों ने मुलाकात की थी. इनमें निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड और पंकज चौधरी भी थे.
इस सत्र में बीजेपी सांसद रवि किशन जनसंख्या नियंत्रण पर प्राइवेट मेंबर बिल पेश कर सकते हैं, वहीं राजस्थान से सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी समान नागरिक संहिता पर प्राइवेट मेंबर बिल पेश करने वाले हैं.