घर के बाहर कार में परिवार के 7 लोगों की लाश, पंचकूला में दिल्‍ली के बुराड़ी जैसा कांड

प्रवीण मित्तल उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे. वे पंचकूला में पांच दिवसीय हनुमंत कथा सुनने के लिए परिवार के साथ आए थे. परिवार में उनके पिता देशराज मित्तल, मां, पत्नी समेत तीन बच्चे थे. कार्यक्रम खत्म होने के बाद देहरादून लौटते हुए यह घटना घटी. जानकारी के मुताबिक मित्तल परिवार आर्थिक तंगी और कर्ज से जूझ रहा था.

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परिवार के सातों लोगों ने गाड़ी के अंदर खाया जहर.

पंचकूला:

हरियाणा के पंचकूला से दिल दहला देनेवाला मामला सामने आया है, जहां एक ही परिवार के 7 लोगों ने आत्महत्या कर ली है. जानकारी के अनुसार आत्महत्या करने वाला परिवार देहरादून का रहने वाला था. चश्मदीदों के अनुसार सोमवार देर रात करीब 11:00 बजे उन्हें पंचकूला के सेक्टर-27 में एक मकान के बाहर एक गाड़ी खड़ी मिली. इस गाड़ी के शीशे पर तौलिया लगा हुआ था. ऐसे में लोगों को शक पैदा हुआ. चश्मदीदों के अनुसार गाड़ी में मौजूद लोग बुरी तरह से तड़प रहे थे. गाड़ी में कुल 7 लोग थे. जिसमें से एक व्यक्ति गाड़ी से निकलने की कोशिश कर रहा था. जब लोगों ने उससे बात की तो उसने बताया कि हम काफी कर्जे के नीचे हैं.  

जांच में जुटी पुलिस

  • प्रथम दृष्टया से यह मामला आत्महत्या का लग रहा है
  • सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं
  • घटना की सूचना मिलने पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे.
  • पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है.
  • घटना स्थल पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी समेत फॉरेंसिक की टीम भी मौजूद है.
  • फॉरेंसिक टीम कार के अंदर से सभी साक्ष्यों को इकट्ठा कर रही है.
  • इन साक्ष्यों के आधार पर जांच की जाएगी कि कार के अंदर क्या हुआ था.

मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची. सातों की हालत खराब थी. जिन्हें तुरंत ओजस अस्पताल में ले जाया गया. लेकिन उपचार के दौरान सभी की मौत हो गई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारी कर्जा होने के कारण और तंगी से परेशान होकर इन्होंने ये खौफनाक कदम उठाया और गाड़ी के अंदर जहर खा लिया.

प्रवीण मित्तल उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे. वे पंचकूला में पांच दिवसीय हनुमंत कथा सुनने के लिए परिवार के साथ आए थे. परिवार में उनके पिता देशराज मित्तल, मां, पत्नी समेत तीन बच्चे थे. कार्यक्रम खत्म होने के बाद देहरादून लौटते हुए यह घटना घटी. जानकारी के मुताबिक मित्तल परिवार आर्थिक तंगी और कर्ज से जूझ रहा था.

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पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. सभी सातों शवों को पंचकूला के निजी अस्पतालों के शव गृह में रखवाया गया.

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पंचकूला डीसीपी हिमाद्री कौशिक और डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर अमित दहिया मौके पर पहुंचकर जांच में जुटे गए हैं. फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर नमूने जांच के लिए एकत्रित किए हैं. पंचकूला डीसीपी हिमाद्री कौशिक के अनुसार प्रथमदृष्टया लग रहा है कि आत्महत्या का मामला है. मामले की गहन जांच की जाएगी. मृतकों की पहचान हो गई है.

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पुलिस तहकीकात के लिए मृतकों के स्थानीय निवास देहरादून भी जाएगी. वहां लोगों के साथ पूछताछ की जाएगी. पंचकूला की इस घटना ने दिल्ली में आज से 7 साल पहले बुराड़ी कांड की यादें ताजा कर दी हैं.

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याद दिलाया दिल्ली का बुराड़ी कांड

इस मामले ने दिल्ली के बुराड़ी कांड की याद दिला दी है. साल 2018 में उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्य एक साथ मृत पाये गये थे. इनमें से 10 के शव फंदे से लटके मिले थे, जबकि सबसे बुजुर्ग महिला नारायणी देवी का शव मकान के दूसरे कमरे में फर्श पर पड़ा हुआ था. मरने वालों में 15 साल से 57 साल के लोग शामिल थे.