सुरंग में फंसे मजदूरों के परिवारवालों का छलका दर्द, कहा- दिवाली पर नहीं जला दीया

सुरंग में फंसे रामसुंदर की मां एनडीटीवी ने बात की. उन्होंने कहा कि खबर तो अभी तक नहीं मिली है. मोबाइल और टीवी के माध्यम से खबर मिल रही है. 4 महीने पहले मेरा बेटा काम पर गया था. इस घटना की वजह से घर में दिवाली नहीं मनी.

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नई दिल्ली: उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल (Uttarkashi Tunnel Collapse) में 12 दिन से फंसे 41 मजदूरों के रेस्क्यू (Rescue Operation)का काम अभी जारी है. इस टनल में कई राज्यों के मजदूर फंसे हुए हैं. सुरंग में फंसे उत्तर प्रदेश के रामसुंदर और संतोष के परिवार वालों से एनडीटीवी ने बात की और उनका हाल जाना.

सुरंग में फंसे रामसुंदर की मां एनडीटीवी ने बात की. उन्होंने कहा कि खबर तो अभी तक नहीं मिली है. मोबाइल और टीवी के माध्यम से खबर मिल रही है. 4 महीने पहले मेरा बेटा काम पर गया था. इस घटना की वजह से घर में दिवाली नहीं मनी. हमारा बेटा जल्दी घर वापस आ जाए. उन्होंने रोते हुए कहा कि बस मेरा बेटा वापस आ जाए. आज 12 दिन हो गए. लेकिन अभी तक वो वापस नहीं आया. घर में कोई खाना नहीं खा रहा है. सरकार जल्द से जल्द मेरे बेटे को बाहर निकालें.

उत्तराखंड के उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में फंसे एक मजदूर संतोष के मां ने एनडीटीवी से कहा, "दिवाली के दिन इस घटना के बारे में जानकारी मिली. उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि मेरे बेटे को जल्दी निकाल लिया जाए. मेरा छोटा बेटा वहां गया है. छोटे बेटे ने घटना को लेकर अपडेट दिया है. संतोष की बहन ने कहा कि मुझे बताया जा रहा है कि उन्हें जल्दी निकाल दिया जाएगा. घर में दिवाली नहीं मनी है. जब वो घर आएंगे तो दिवाली मनाएंगे. 5 महीने पहले वो वहां गए थे. संतोष की पत्नी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि वो जल्दी घर आएंगे. पता नहीं वो लोग झूठ बोल रहे हैं या सही. 

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टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में केंद्र और राज्य सरकार की 19 एजेंसियां जुटी हैं. इनके बीच को-ऑर्डिनेशन के लिए बड़े अधिकारी भी सिलक्यारा में डेरा डाले हुए हैं.

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