NDTV Exclusive: पहलगाम अटैक की जांच और आतंकियों की तलाश इन 54 रास्तों पर टिकी

सुरक्षा बलों ने कई ओवरग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार किया है. जिन्हें सुरक्षा बल अपने साथ सर्च ऑपरेशन के लिए जंगलों में भी लेकर जा रहे हैं. सुरक्षा बलों को कई जगहों पर हाइड आउट भी मिले हैं. लेकिन उनमें लंबे समय से कोई नहीं रह रहा है.

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एनआईए पहलगाम हमले की जांच कर रही है.
नई दिल्ली:

पहलगाम में 22 अप्रैल को बेसरन घाटी में हुए हमले को लेकर कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक आतंकी अभी कहीं जंगल में ही हाइड आउट में छिपे हैं. अब तक जांच और बयानों से पता चला है कि फायरिंग में केवल तीन आतंकी शामिल थे. बाकी कुछ आतंकी पीछे बैकअप में थे. हमले से पहले इन्होंने टूरिस्ट स्पॉट की अच्छे से रेकी की थी. पहलगाम में अलग-अलग टूरिस्ट स्पॉट की रेकी की गई थी. सूत्रों के अनुसार पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को मिलिट्री ट्रेनिंग दी गई थी.   

पाकिस्तान में मिली ट्रेनिंग

  • एनआईए के हाथों में है पहलगाम हमले की जांच.
  • हमले में शामिल आतंकियों को पाकिस्तानी स्पेशल सर्विस ग्रुप की ट्रेनिंग दी गई थी.
  • पाकिस्तानी आतंकी हाशिम मूसा जो कि पहलगाम हमले में शामिल था, वो खुद पाकिस्तान में SSG का पैरा कमांडों रहा है.
  • इस आतंकी पर 20 लाख का इनाम रखा गया है.

54 रास्तों पर टिकी जांच

जांच एजेंसी की नजर अब 54 रास्तों पर टिकी हुई है. दरअसल बेसरन घाटी से 54 रास्ते अलग-अलग दिशाओं में जाते हैं. इनमें कुछ रास्ते ऊपर की तरफ घने जंगलों और पहाड़ों की तरफ है, तो कुछ रास्ते नीचे तराई में है. ये रास्ते कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों से जुड़े हैं. जंगल के इन रास्तों में आतंकियों को पकड़ना का ऑपरेशन चल रहा है. सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस मिलकर इनकी खोज कर रहे हैं.

जानकारी के अनुसार कई ओवरग्राउंड वर्कर्स गिरफ्तार किए हैं. सुरक्षा बल सर्च ऑपरेशन के लिए इन्हें लेकर जंगलों में जा रहे हैं. सुरक्षा बलों को कई जगहों पर हाइड आउट भी मिले हैं. लेकिन उनमें लंबे समय से कोई नहीं रह रहा है.

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