- हिमाचल प्रदेश में 20 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान है, जिसमें मंडी, सिरमौर, कांगड़ा, शिमला और सोलन जिलों में विशेष रूप से भारी बारिश की संभावना है
- मानसून सीजन में प्रदेश के नौ जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जिसमें मंडी जिले में 91 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है
- मौसम विज्ञान केंद्र ने कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, उना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला और सोलन जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है
हिमाचल प्रदेश में बरसात से फिलहाल राहत मिलती हुई नजर नहीं आ रही है. 20 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश के अधिकतर स्थानों में भारी से भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है. मौसम विज्ञान केंद्र ने मंडी, सिरमौर, कांगड़ा, शिमला, सोलन जैसे जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है. इसको देखते हुए अलर्ट भी जारी किए गए हैं. अब तक मॉनसून सीजन के दौरान प्रदेश के 9 जिलों में बादल सामान्य से ज्यादा बरसे हैं. मंडी में सबसे ज्यादा सामान्य से 91 फ़ीसदी अधिक बारिश रिपोर्ट की गई है.
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला में मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि बीते 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर, शिमला और मंडी में मध्यम स्तर की बारिश दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि 15 जुलाई से 20 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश में बारिश का क्रम जारी रहने का पूर्वानुमान है. 15 जुलाई को प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है. इसे देखते हुए जिला कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
इसके अलावा जिला उना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला और सोलन में भी भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, 16 से 20 जुलाई तक राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है. जिला सिरमौर, शिमला, कुल्लू और मंडी में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. बीते 24 घंटों के दौरान लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों और रोहतांग में हल्का हिमपात भी दर्ज किया गया है.
संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश में मानसून के साथ-साथ वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी सक्रिय है. इसके चलते आगामी दिनों में भी बेहद ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात होने की संभावना है. संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान जिला किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर सभी जिलों में बारिश सामान्य हुई है. साथ ही जिला मंडी में सबसे ज्यादा सामान्य से 91 फ़ीसदी अधिक भारी रिपोर्ट की गई है.
चंडीगढ़ मनाली हाईवे मंडी के पंडोह क्षेत्र में 4 मील के पास भूस्खलन के कारण करीब 26 घंटे बाद खुला था लेकिन अब NH फ़िर बंद कर दिया गया है. हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. इसी कड़ी में मंडी में चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे एक बार फिर 4 मील के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गया है. यह घटना रविवार रात लगभग 11:50 बजे हुई, जिससे चंडीगढ़ से मनाली की ओर जाने वाले यात्रियों और पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
12 जुलाई को दोपहर 1:30 बजे भी भारी भूस्खलन के चलते यही मार्ग बंद हो गया था. तब प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 28 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद इसे बहाल किया था लेकिन, प्रकृति के आगे प्रशासन की यह मेहनत फिर बेकार हो गई है. चंडीगढ़ मनाली हाइवे फिर तीसरे दिन बंद हो गया है.
एएसआई अनिल कटोच ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल मार्ग पूरी तरह से बंद है और इलाके में लगातार बारिश जारी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि जैसे ही मौसम अनुकूल होगा और बारिश थमेगी, मार्ग को खोलने का काम तुरंत शुरू कर दिया जाएगा. तब तक यात्रियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की गई है.