अहमदाबाद. गुजरात के मोरबी पुल हादसे (Gujarat's Morbi Bridge Tragedy) में मृतकों की संख्या अब तक 134 हो चुकी है. मरने वालों में 30 से ज्यादा बच्चे हैं. रेस्क्यू टीम ने अब तक 170 लोग को बचा लिया है. इस हादसे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. गुजरात के विपक्षी दलों ने राज्य की बीजेपी सरकार को घेरा है. यही नहीं, विपक्ष के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के उस बयान को याद दिला रहे हैं, जो उन्होंने साल 2016 में कोलकाता फ्लाईओवर हादसे के बाद दिया था. पीएम मोदी के बयान का पुराना वीडियो भी शेयर किया जा रहा है.
यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी का एक वीडियो साझा किया, जब 2016 में पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले एक पुल गिर गया था. पीएम ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, 'यह भगवान की ओर से एक संकेत है कि किस तरह की सरकार चलाई गई.' पीएम की इसी बात को लेकर श्रीनिवास ने कहा, 'क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब भी उसी भाषा का इस्तेमाल करेंगे.?
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मोरबी में बहुत बड़ा हादसा हुआ है, जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार ने ली है. पांच दिन पहले पुल मरम्मत का काम पूरा हुआ था. सरकार को जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए.'
दिग्विजय ने पीएम मोदी के उसी वाक्य को दोहरा रहे थे जिसे उन्होंने कोलकाता में फ्लाईओवर गिरने के बाद बंगाल की ममता सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहे. दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मोदी जी मोरबी के पुल की दुर्घटना एक्ट ऑफ गॉड है या एक्ट ऑफ फ्रॉड है? 6 महीने से पुल की मरम्मत की जा रही थी. इसमें कितना खर्च आया? पांच दिनों में ही पुल गिर गया. गुजरात में 27 साल से बीजेपी की सरकार है, क्या यही है आपका विकास मॉडल? इसी साल जुलाई में कच्छ के बिदरा गांव में परीक्षण के पहले दिन नर्मदा नहर टूट गई थी. 8-9 सालों से निर्माणाधीन भुज सिटी ओवरब्रिज का उद्घाटन इसी वर्ष किया गया था और इसकी फिर से मरम्मत की जानी थी."
बता दें कि मोरबी में माच्छु नदी पर बना केबल सस्पेंशन ब्रिज रविवार शाम 6.30 बजे टूट गया. ये ब्रिज 765 फीट लंबा और महज 4.5 फीट चौड़ा था. 143 साल पुराना पुल ब्रिटिश शासन काल में बनाया गया था. यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था. कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत की गई थी. हादसे से 5 दिन पहले 25 अक्टूबर को यह ब्रिज आम लोगों के लिए खोला गया. रविवार को यहां भीड़ क्षमता से ज्यादा हो गई. हादसे की भी यही वजह बताई जा रही है.
मोरबी हादसे पर पीएम मोदी ने क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''मैं एकता नगर में हूं, मेरा मन मोरबी के पीड़ितों से जुड़ा है. शायद ही जीवन में मैंने बहुत कम ऐसी पीड़ा अनुभव की होगी. एक तरफ करूणा से भरा पीड़ित दिल है तो दूसरी ओर कर्त्तव्य पथ है.'' उन्होंने कहा कि जिन लोगों को अपना जीवन गंवाना पड़ा हैं, मैं उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.
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