राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को वापस लेने और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाए जाने की मांग को लेकर विपक्षी पार्टियों ने आज दिल्ली में एक मार्च निकाला. अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा, लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में गिरफ्ताार किया जा चुका है. विपक्षी पार्टियों ने इस प्रदर्शन के बारे में फैसला संसद के शीतकालीन सत्र के लिए अपनी रणनीति तय करने के लिए सुबह आयोजित बैठक के बाद लिया.संसद भवन स्थित गांधी प्रतिमा से विजय चौक तक के लिए विपक्ष का यह मार्च दोपहर एक बजे प्रारंभ हुआ.
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विजय चौक पर अपने संबोधन में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, 'हम सब एकजुट हैं. हम कहना चाहते हैं कि एक साथ हैं और किसानों के खिलाफ हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन पर कार्रवाई हो. 'गौरतलब है कि स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (SIT) की रिपोर्ट में लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत को सोची समझी साजिश बताए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को हटाए जाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है. अजय मिश्रा का बेटा इस मामले में मुख्य आरोपी है और जेल में है.
बीजेपी इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को हटाने से इनकार कर चुकी है.सूत्र बताते हैं कि बीजेपी नेतृत्व की राय है कि स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (SIT) की रिपोर्ट अंतिम नहीं है और अदालत में मामले की सुनवाई चल रही है. वैसे भी बेटे की करतूतों की सजा पिता को नहीं दी जा सकती. पत्रकारों के साथ अजय मिश्रा के रवैये को जरूर गलत माना गया है और उन्हें हिदायत दी गई है कि आगे से ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए. गौरतलब है कि स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (SIT) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि लखीमपुर खीरी मामले में किसानों पर गाड़ी चढ़ाना एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी. मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है. मामले की जांच कर रही टीम ने जज को लिखा है कि आशीष मिश्रा के खिलाफ आरोपों को 'संशोधित' किया जाना चाहिए.