नई दिल्ली : विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा कार्यवाही शुक्रवार 11 बजे तक के लिए स्थागित कर दी गई है. आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में जवाब देना है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा चार दिन होगी. इससे पहले कांग्रेस ने केंद्र सरकार को बजट सत्र में घेरने की रणनीति बनानी शुरू कर दी थी.
संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण और बजट को लेकर सरकार को घेरने के लिए विपक्ष के नेताओं की कांग्रेस के राज्यसभा में नेता मलिकार्जुन खरगे के कमरे में बैठक हुई. इस बैठक में कुल 13 विपक्षी दलों डीएमके, टीएमसी, सपा, जेडीयू, शिवसेना, सीपीएम, सीपीआई, एनसीपी, आईयूएमएल, एनसी, आप, केरल कांग्रेस ने खरगे की अगुवाई में हिस्सा लिया.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय एवं डेरेक ओब्रायन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, द्रमुक की कनिमोई, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के संजय राउत और कुछ अन्य दलों के नेता मौजूद थे.
सूत्रों का कहना है कि इस सत्र में विपक्षी दल चीन, महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों, केंद्र-राज्य संबंध आदि पर सरकार को घेर सकते हैं। इस बीच लोकसभा में मनीष तिवारी ने चीन के मामले पर चर्चा की मांग करते हुए कार्यस्थगन के नोटिस दिया है. संसद का बजट सत्र मंगलवार से आरंभ हुआ है. इसका पहला चरण 14 फरवरी तक होगा. करीब एक महीने के अवकाश के बाद बजट सत्र का दूसरा चरण 12 मार्च से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा.