कई साल पहले जब व्योमिका छोटी थीं और उनके स्कूल का आखिरी दिन था तो वह दिल्ली के अपने सेंट एंथनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्टाफ रूम के बाहर लाइन में खड़ी थीं और टीचर्स से ऑटोग्राफ लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रही थीं. यह उस वक्त एक परंपरा थी, सभी बच्चे स्कूल खत्म होने से पहले अपनी टीचर्स का एक आखिरी मैसेज यादगार के रूप में सहेजते थे, जिन्होंने उन्हें बढ़ा होते हुए देखा है.
इस दौरान जब व्योमिका की हिंदी की टीचर नीलम वसान की बारी आई तो उन्होंने लिखा, "तुम व्योम को छूने के लिए बनी हो..." उस वक्त वसान ने भी नहीं सोचा था कि उनके ये शब्द सच हो जाएंगे. भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह को भारत सरकार ने उन दो महिलाओं में चुना था, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में मीडिया ब्रीफिंग की थी. दरअसल, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत सरकार ने सेना की मदद से ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, जिसमें पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को जमींदोज किया गया.
बता दें कि व्योमिका सिंह ने 1998 में सेंट एंथनी से ग्रेजुएशन किया था और इसके बाद उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग की थी. उनकी इंग्लिश की टीचर ज्योति बिश्ट ने बताया कि व्योमिका अंग्रेजी और हिंदी दोनों में ही बेहद अच्छी छी. वह बहुत टैलेंटेड थीं और हमेशा से ही बहुत हंबल रही हैं. केवल पढ़ाई ही नहीं बल्कि बास्केटबॉल भी बहुत अच्छा खेलती हैं.