पाकिस्तान की वायुसेना बोल रही थी और दुनिया देख रही थी, लेकिन न तो शब्द साफ थे, न ही कहानी और जब कहानी समझ आई तो लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाए. कहानी कुछ ऐसी है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने रचा एक नया फिक्शन, जिसमें राफेल गिराए गए, भारत हारा और पाकिस्तान जीता. कम से कम उनके प्रवक्ता की जुबानी तो यही थी. बस यकीन कोई नहीं कर पाया.
उन्होंने जो कहानी बुनी, वह शुरू से ही बिखरी हुई थी. आंकड़े मेल नहीं खाते थे, घटनाक्रम का समय अस्पष्ट था और पूरी कहानी ऐसी लग रही थी जैसे किसी ने जल्दबाजी में ताश का घर बना दिया हो. उनकी तमाम कोशिशों के बावजूद, पाकिस्तान की कथित जीत की कहानी पर यकीन करना मुश्किल था और आखिर में प्रवक्ता खुद मजाक का पात्र बनकर रह गए.
इधर भारत ने इन तमाम दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया. नई दिल्ली के अधिकारियों ने इसे झूठा प्रचार बताया है और कहा कि जैसे पाकिस्तानी प्रवक्ता की अंग्रेजी में दम नहीं था, वैसे ही उनके दावे भी खोखले थे. भारत ने कहा कि पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि वह अपनी साख बचाने और खुद को शक्तिशाली दिखाने के लिए झूठ गढ़ता है, लेकिन ऐसे प्रयास हर बार बेनकाब हो जाते हैं.
बहरहाल दुनिया भर के जानकारों ने पाकिस्तान की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को ‘PR डिजास्टर' बताया और जनता ने इसे ‘कॉमेडी शो'. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से जो एक बात साफ हुई है वो ये कि पाकिस्तान ने युद्ध नहीं, शब्दों में हार मान ली है. ये जंग मैदान में नहीं, माइक पर लड़ी जा रही थी. मगर जब माइक से निकले शब्द भी साथ छोड़ दें तो समझिए ‘प्रोपेगैंडा' खुद अपनी ही जाल में फंस गया है.