ऑपरेशन का नाम सुनकर आंखों में आए आंसू... 'ऑपरेशन सिंदूर' पर आई पहलगाम पीड़ितों की प्रतिक्रियाएं, जानें क्या कहा

भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर पहलगाम आतंकी हमले का बदला ले लिया है. ऑपरेशन सिंदूर के तहत 9 आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया गया है. ये ठिकाने आतंक का गढ़ थे, जहां से आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया जाता रहा है.

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पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे. मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे.

"इस ऑपरेशन का नाम सुनकर, मेरी आंखों में आंसू आए गए, मैं ईमानदारी से सरकार को धन्यवाद देती हूं..." ये कहना है  पहलगाम आतंकवादी हमले में अपने पति संतोष जगदाले को खोने वाली प्रगति जगदाले का. प्रगति जगदाले ने बताया कि आखिर जब उन्हें 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में पता चला तो उनका पहला रिएक्शन क्या था.  जगदाले ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिये पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है. मैं प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने हमारी भावनाओं को समझा. आतंकवादियों ने हमारा सिंदूर मिटाया, लेकिन आज मैं खुश हूं कि हमारे सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट किया.'

  • दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में ‘मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से मशहूर प्रमुख पर्यटक स्थल बैसरन में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने हमला कर दिया था.
  • इस हमले में 26 लोग मारे गए थे. मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे.
  • इस हमले में शामिल आतंकवादियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी गई थी.
  • हमले का बदला लेते हुए भारत सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' को लॉन्च किया
  • ‘ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया.
  • भारतीय सेना के अनुसार, कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है.

पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में मारे गए 26 पर्यटकों में शामिल पुणे के कौस्तुभ गणबोटे की पत्नी संगीता ने भी 'ऑपरेशन सिंदूर' की सराहना की. उन्होंने कहा, 'हम सभी इंतजार कर रहे थे कि भारत कब आतंकवादी हमले का बदला लेगा. आज, ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण हमले का उचित जवाब दिया.'  इसी तरह से पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों में शामिल भारत भूषण के परिवार ने पाकिस्तान में नौ आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हवाई हमलों का स्वागत किया और कहा कि सरकार ने बिल्कुल सही किया तथा वे उनका समर्थन करते हैं.

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"हमारा भरोसा और मजबूत हुआ"

पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों में शामिल कानपुर के व्यवसायी शुभम द्विवेदी के परिजनों ने उनकी मौत का ‘बदला' लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय सेना को बुधवार को धन्यवाद दिया.  शुभम की पत्नी ऐशान्या ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री मोदी, मंत्रियों और वायुसेना और सेना प्रमुख जनरल सहित सशस्त्र बलों के प्रमुखों को मेरे पति की मौत का बदला लेने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं.''

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उन्होंने कहा, ‘‘मुझे और मेरे पूरे परिवार को प्रधानमंत्री मोदी और हमारे सशस्त्र बलों पर पूरा भरोसा था और जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हमले किए, उससे हमारा भरोसा और मजबूत हुआ है.''

"मुझे बस इसका हिसाब चाहिए"

सुशील नथानियल की विधवा जेनिफर नथानियल (54) ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर इंदौर में संवाददाताओं से कहा,‘‘जो हुआ, वह सही हुआ, लेकिन उन चारों (पहलगाम आतंकवादी हमले में शामिल चार दहशतगर्द) का भी खात्मा किया जाना चाहिए.'' पति की मौत के शोक में डूबी महिला ने कहा, ‘‘इन चारों ने वह काम किया है जो एक जानवर भी नहीं करता. मुझे बस इसका हिसाब चाहिए और इन लोगों को भी वैसी ही सजा मिलनी चाहिए. इन चारों को भी मरना चाहिए.''

नथानियल, इंदौर से करीब 200 किलोमीटर दूर अलीराजपुर में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्रबंधक के रूप में पदस्थ थे. वह अपनी पत्नी जेनिफर, बेटी आकांक्षा (35) और बेटे ऑस्टिन उर्फ गोल्डी (25) के साथ कश्मीर घूमने गए थे.

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