इज़रायल में मौजूद भारतीयों को देश लाने के लिए ऑपरेशन अजय (Operation Ajay) शुरू किया गया है. वो भारतीय नागरिक जो मौजूदा हालात के मद्देनज़र लौटना चाहते हैं, उन्हें भारत वापस लाया जाएगा. आज पहला जत्था इज़रायल से भारत रवाना होगा. इसके लिए स्पेशल चार्टर्ड फ़्लाइट का इंतज़ाम किया गया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ये जानकारी देते हुए कहा कि हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं. इज़रायल में 18 हज़ार भारतीय रहते हैं, जो नौकरी और पढ़ाई के लिए वहां गए हैं.
इज़रायल के ट्रैवल एजेंट लोगों को जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचाने का दे रहे ऑफ़र
सरकार की इस मुहिम के बीच इज़रायल के ट्रैवल एजेंट लोगों को जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचाने का ऑफ़र दे रहे हैं. उनका कहना है कि वो इज़रायल छोड़ने की इच्छा रखने वालों को जॉर्डन सीमा तक पहुंचाएंगे, जहां वो टैक्सी से अम्मान जाकर फ़्लाइट ले सकते हैं.
इजरायल-गाजा युद्ध में दोनों तरफ से करीब 2300 लोगों की मौत
वहीं आज इज़रायल-गाजा युद्ध हर दिन खतरनाक होता जा रहा है. दोनों तरफ से करीब 2300 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. घायलों की बात करें तो ये आंकड़ा 7000 के पार पहुंच चुका है. इसके अलावा इजरायल का दावा है कि उसने अपनी सीमा में घुसे 1500 हमास के आतंकियों को ढेर कर दिया है.
हमास को मिटाने पर अडिग इजरायल
हमास की तरफ से कहा गया है कि उसने अपना लक्ष्य पा लिया है और बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन इज़रायल पूरी तरह से हमास को मिटाने पर अडिग है. इसी बाबत इज़रायल में कल वॉर कैबिनेट और इमरजेंसी सरकार का गठन कर दिया गया. इसमें इज़रायल के प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और रक्षा मंत्री शामिल हैं. इस कैबिनेट की अहमियत आप इस बात से समझ सकते हैं कि इससे पहले 1967 में अरब इज़रायल युद्ध के दौरान ही ऐसी वॉर कैबिनेट बनी थी. इस बीच युद्ध के छठे दिन भी इजरायली सेना गाजा पट्टी पर लगातार बम बरसा रही है. दूसरी तरफ से भी इजरायल को निशाना बनाकर रॉकेट दागे जा रहे हैं. जमीनी हकीकत देखकर साफ लग रहा है कि इजरायल गाजा पर पूर्ण नियंत्रण की तैयारी में है. उसने गाजा पट्टी सीमा पर अपना कंट्रोल बना लिया है गाजा के हर एंट्री प्वाइंट को इजरायल ने सील कर दिया है.
अमेरिकी विदेशमंत्री इजरायल दौरे पर
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकिन इज़रायल के दौरे पर हैं.अमेरिका इज़रायल को लगातार युद्ध के साजो समान की सप्लाई कर रहा है और पूरी तरह से इज़रायल के साथ खड़ा हो गया है.अमेरिका ने कहा है कि इस हमले में 20 अमेरिकी नागरिकों के मारे जाने की आशंका है.