कांग्रेस का हाथ छोड़कर तृणमूल कांग्रेस (Trinmool Congress) का दामन थामने वालीं पूर्व सांसद सुष्मिता देव (Sushmita Dev) ने कहा कि मुझे कांग्रेस नेतृत्व से कोई गिला-शिकवा नहीं है. सुष्मिता देव सोमवार को ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं. सुष्मिता देव ने मंगलवार को कहा कि मैंने 15 अगस्त को सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा था और 16 अगस्त को ममता बनर्जी से मिली और तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन किया. कांग्रेस से रिश्ता 30 साल का था. मुझे कांग्रेस ने बहुत मौका दिया... सांसद के तौर पर, ऑल इंडिया महिला कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर. कांग्रेस ने मुझे काम करने का बहुत मौका दिया. अगर कोई कमी रही तो उम्मीद है कि सोनिया जी मुझे माफ करेंगी.
सुष्मिता देव ने एनडीटीवी से कहा, "मेरा कांग्रेस लीडरशिप के साथ कोई गिला शिकवा नहीं है. जब दो लोगों के रास्ते अलग हो जाते हैं इसका आधार हर समय सिर्फ गुस्सा या नाराजगी नहीं होता. मैंने सोनिया गांधी को अपने इस्तीफे में उनके प्रति लिखित रूप में अपना आभार व्यक्त किया है. कांग्रेस से अलग होने के पीछे कहीं कोई नाराजगी नहीं है." उन्होंने कहा कि मेरी नजर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और ममता बनर्जी के सिद्धांतों में कोई Clash नहीं है.
यह पूछे जाने पर कि क्या आप असम में चेहरा होंगी? तृणमूल नेता ने कहा कि "यह फैसला तृणमूल कांग्रेस लीडरशिप को करना है. मैंने ममता बनर्जी से कहा है कि मैं संगठन में काम करना चाहती हूं... भविष्य में जो होगा अच्छा होगा."
सुष्मिता देव ने कहा कि मैंने विचारधारा से कोई समझौता नहीं किया है. मैंने तृणमूल कांग्रेस को बिना किसी शर्त के ज्वाइन किया है. मैंने राहुल गांधी के नेतृत्व में काम किया अब ममता के नेतृत्व में काम करूंगी. दोनों नेताओं में खूबियां है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि तृणमूल कांग्रेस मेरे लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म है.
कांग्रेस नेतृत्व से किसी की तरह की शिकायत पर उन्होंने कहा कि मुझे कांग्रेस नेतृत्व के साथ कोई गिला शिकवा नहीं है. मैंने उनके साथ 30 साल तक काम किया. जमी हुई धूल उड़ाने अच्छा नहीं होगा. टीएमसी नेता ने कहा कि मैंने 14 अगस्त को कांग्रेस नेतृत्व के साथ तस्वीर खिंचवाई थी. सिर्फ प्लेटफॉर्म बदला है, काम पहले की तरह की है.
सुष्मिता देव के पार्टी ज्वाइन करने पर तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हम लोग कोई Poaching नहीं कर रहे हैं. किसी पार्टी को तोड़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. अगर टैलेंटेड लोग हैं, जो ममता बनर्जी को ज्वाइन करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से 20 अगस्त को बुलाई गई बैठक में ममता बनर्जी शामिल होंगी. विपक्ष ने संसद के मानसून सत्र के दौरान एकता का प्रदर्शन किया.