ऑनलाइन धोखाधड़ी (Cyber Fraud) का जाल अब इतना गहरा और खतरनाक हो चुका है कि आम जनता तो दूर, इसे रोकने वाले विशेषज्ञ भी इसके निशाने पर हैं. पंजाब से एक ऐसा ही विचलित करने वाला मामला सामने आया है, जहां लोगों को साइबर ठगी से बचाने और जागरूक करने वाले एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने खुद ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार होने के बाद आत्महत्या की कोशिश की.
2015 के बहुचर्चित बेअदबी और फरीदकोट गोलीबारी कांड के आरोपी पूर्व आईपीएस अधिकारी अमर सिंह चहल ने कथित तौर पर आत्महत्या का प्रयास किया. मिली जानकारी के अनुसार, उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है और उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जानकारी के मुताबिक, यह पूरी ठगी एक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए अंजाम दी गई. साइबर अपराधियों ने निवेश या किसी अन्य प्रलोभन के माध्यम से पूर्व अधिकारी को अपने जाल में फंसाया. बताया जा रहा है कि ठगों ने लगभग 7 से 8 करोड़ रुपये हड़प लिए. इतनी बड़ी राशि गंवाने के बाद पूर्व अधिकारी गहरे सदमे में चले गए और उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त करने जैसा आत्मघाती कदम उठाया. फिलहाल उन्हें गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस ने मौके से बरामद सुसाइड नोट में ऑनलाइन फ्रॉड से हुई भारी आर्थिक हानि और मानसिक तनाव का जिक्र बताया गया है. पटियाला SSP वरुण शर्मा ने मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि मामला आत्महत्या का लग रहा है और जांच जारी है.
अमर सिंह चहल 2015 के फरीदकोट गोलीकांड मामले में आरोपी थे. पंजाब पुलिस की SIT ने 2023 में इस केस में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल और कई पुलिस अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें चहल का नाम भी था.














