विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को अफगानिस्तान (Afghanistan) के ताजा हालात के बारे में ब्रीफ करेंगे. गुरुवार सुबह 11 बजे संसद भवन एनेक्सी के मेन कमेटी रूम में यह बैठक होगी. बैठक में विदेश सचिव अफगानिस्तान के हालात पर एक प्रजेंटेशन देंगे. इस प्रेजेंटेशन के बाद सवाल-जवाब का दौर चलेगा. प्रधानमंत्री (PM Modi) के निर्देश पर विदेश मंत्री ने यह बैठक बुलाई है. बैठक में अफगानिस्तान को लेकर भारत के रुख के बारे में सभी दलों के नेताओं को बताया जाएगा. भारत वहां से अपने सारे कूटनीतिक स्टाफ को वापस बुला चुका है. ऑपरेशन देवी शक्ति के जरिए भारत सरकार वहां से अपने नागरिकों और अफगानियों को वापस ला रही है.
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16 अगस्त को 80 भारतीयों को वापस लाकर इसकी शुरुआत की गई थी और अब तक भारत 800 से अधिक लोगों को वापस लाया जा चुका है. अब तक प्रधानमंत्री मोदी अफगानिस्तान के मुद्दे पर दो बार कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक की अध्यक्षता कर चुके हैं. उन्होंने निर्देश दिया है कि वहां से भारतीयों को सुरक्षित वापस लाना पहली प्राथमिकता है.
माना जा रहा है कि सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री ऑपरेशन देवी शक्ति के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे. इसके अलावा उनसे तालिबान को लेकर सवाल पूछे जा सकते हैं. तालिबान को लेकर भारत का क्या रुख रहेगा, उससे कैसे रिश्ते रहेंगे. भारत यह मानता है कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद अफगानिस्तान में ठिकाना बना चुके हैं और वहां की धरती का इस्तेमाल भारत पर आतंकी हमलों के लिए कर सकते हैं.
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दूसरी चिंता अफगानिस्तान में पिछले दो दशकों में बड़े पैमाने पर किए गए भारतीय निवेश और वहां कई बड़ी परियोजनाओं की सुरक्षा को लेकर है. भारत का सहयोग देने वाले अफगानी नागरिकों की सुरक्षा और उन्हें भारत लाने पर भी सवाल पूछे जा सकते हैं.