“जो जिंदा ही नहीं उन पर लगाया आरोप”: राणा कपूर के ED को दिए बयान पर कांग्रेस का पलटवार

आरोप पत्र के मुताबिक कपूर ने ईडी को बताया कि तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने कहा था कि यदि राणा कपूर ने एम एफ हुसैन की पेंटिंग को खरीदने से मना किया तो न केवल इससे गांधी परिवार से संबंधों को बनाने में बाधा उत्पन्न होगी बल्कि उससे ‘पद्म’ सम्मान प्राप्त करने में कठिनाई होगी. कपूर के इस बयान पर अब काग्रेंस ने भी पलटवार किया है.

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राणा कपूर ने ईडी के आरोप में किया सनसनीखेज दावा
नई दिल्ली:

कांग्रेस के एक नेता ने आज कहा कि यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर ने "उन लोगों पर चतुराई से आरोप लगाया है जो अब जीवित ही नहीं हैं". दरअसल राणा कपूर ने ईडी को बताया कि उन्हें प्रियंका गांधी से एम एफ हुसैन की पेंटिग खरीदने के लिए विवश किया गया. पेंटिंग की बिक्री से प्राप्त राशि का उपयोग गांधी परिवार ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के इलाज के लिए किया था. जिसके बाद सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता की तरफ से ये बयान आया.

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी कपूर ने प्रवर्तन निदेशालय को बताया कि उन्हें कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा से एमएफ हुसैन की एक पेंटिंग खरीदने के लिए "मजबूर" किया गया था. इस पेंटिंग की बिक्री से प्राप्त राशि का उपयोग गांधी परिवार ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के इलाज के लिए किया था. राणा कपूर का ये बयान एक विशेष अदालत में केंद्रीय एजेंसी द्वारा दायर आरोपपत्र का हिस्सा हैं.

ईडी से कपूर ने कहा है कि तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने उनसे कहा था कि इसे खरीदने में देरी से "मेरे और मेरे यस बैंक पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है और यह" मुझे कभी भी गांधी परिवार के साथ संबंध बनाने की अनुमति नहीं देगा. इसके अलावा, देवड़ा उन्हें बताया कि पेंटिंग नहीं खरीदने से उनके पद्म भूषण से सम्मानित होने की संभावना भी खत्म हो जाएगी.

कांग्रेस के एक नेता ने आरोपों के जवाब में कहा, "5000 करोड़ के घोटाले में आरोपी व्यक्ति से आप क्या उम्मीद कर सकते हैं? उसने बड़ी चतुराई से उन लोगों पर आरोप लगाया है जो जीवित नहीं हैं." कपूर ने दावा किया है कि उन्होंने पेंटिंग के लिए ₹ 2 करोड़ का भुगतान किया था और कांग्रेस के पूर्व सांसद और मुरली देवड़ा के बेटे मिलिंद देवड़ा ने बाद में उन्हें बताया था कि बिक्री की आय का उपयोग गांधी परिवार ने न्यूयॉर्क में सोनिया गांधी के इलाज के लिए किया था .

कपूर ने यह भी कहा है कि सोनिया गांधी के घनिष्ठ विश्वासपात्र अहमद पटेल ने उनसे कहा था कि उचित समय पर गांधी परिवार का समर्थन करके, "मैंने परिवार के लिए एक अच्छा काम किया है." इसलिए मैं दो शक्तिशाली परिवारों के साथ किसी भी प्रकार की दुश्मनी मोल नहीं ले सकता था और इस प्रकार मुझे ये सब करना पड़ा. कपूर ने कहा है कि सौदे की औपचारिकताएं प्रियंका गांधी वाड्रा के कार्यालय में आयोजित की गई थीं.

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उन्होंने कहा, "मैं यह बताना चाहता हूं कि इस सौदे के लिए, मैंने एचएसबीसी बैंक में अपने व्यक्तिगत खाते के चेक के माध्यम से ₹ ​​2 करोड़ का भुगतान किया था."हालांकि, कपूर ने जोर देकर कहा कि वह "गांधी परिवार से कभी किसी से नहीं मिले". प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया है कि कपूर और दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटरों कपिल और धीरज वधावन ने संदिग्ध लेनदेन के माध्यम से 5,050 करोड़ रुपये के फंड की हेराफेरी की.

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