नोटबंदी (Demonetisation) के 6 साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तंज कसा है. राहुल ने कहा कि यह 2-3 अरबपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया था. उन्होंने अपने ट्वीट में पीएम मोदी पर तंज कसते हुए 'पेपीएम' लिखा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को अर्थव्यवस्था में भ्रष्टाचार और काले धन की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर कर दिया था.
विपक्षी दलों ने नोटबंदी को "आर्थिक नरसंहार और आपराधिक कृत्य" करार दिया था. राहुल गांधी ने मंगलवार को अपने भाषणों का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "नोटबंदी 'PayPM' द्वारा एक जानबूझकर उठाया गया कदम था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके 2-3 अरबपति दोस्त छोटे और मध्यम व्यवसायों को खत्म करके भारत की अर्थव्यवस्था पर एकाधिकार कर लें."
इससे पहले राहुल गांधी ने एक और ट्वीट किया, ''काला धन नहीं आया, बस ग़रीबी आई, इकॉनमी कैशलेस नहीं, कमजोर हुई. आतंकवाद नहीं, करोड़ों छोटे व्यापार और रोजगार खत्म हुए 'राजा' ने नोटबंदी में, ‘50 दिन' का झांसा दे कर अर्थव्यवस्था का DeMo-lition कर दिया.'
कांग्रेस ने नोटबंदी के 6 साल पूरा होने के मौके पर कहा, 'मोदी सरकार के इस कदम के बाद चलन में नकदी 72 प्रतिशत बढ़ गई और ऐसे में सरकार को इस पर 'श्वेत पत्र' लाना चाहिए.' पार्टी नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोटबंदी रूपी इस भयावह विफलता को स्वीकार करना चाहिए. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "8 नवंबर 2016 का दिन सबको याद होगा. आज भारत की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने के फैसले की छठी बरसी है. नोटबंदी के 50 दिन के बाद आज तक सरकार ने नोटबंदी का नाम तक नहीं लिया है."
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