डिंपल यादव के समर्थन में आए ओम प्रकाश राजभर, अखिलेश पर साधा निशाना

सपा कार्यकर्ता के मौलाना साजिद रशीदी को थप्पड़ लगाने की घटना को आपत्तिजनक बताते हुए ओपी राजभर ने कहा कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है. इसी तरह की हरकतों की वजह से सपा की सरकार को गुंडों की सरकार कहा जाता था.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • ओम प्रकाश राजभर ने मौलाना साजिद रशीद के बयान की कड़ी निंदा करते हुए डिंपल के समर्थन का ऐलान किया.
  • राजभर ने कहा कि महिला समाज के सम्मान के लिए डिंपल यादव के खिलाफ किसी को भी आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए
  • उन्होंने अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि वे मुसलमानों की नाराजगी के डर से चुप्पी साधे हुए हैं.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और सांसद डिंपल यादव पर मौलाना साजिद रशीद के आपत्तिजनक बयान की लेकर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. मौलाना साजिद रशीदी के बयान की निंदा करते हुए ओपी राजभर ने कहा कि पूरा एनडीए डिंपल यादव के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि ये समर्थन डिंपल यादव के लिए नहीं, बल्कि महिला समाज के लिए है. किसी को भी महिला के बारे में इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. 

अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव सिर्फ वोट के लिए चुप हैं. मुसलमानों की नाराजगी के डर से अखिलेश चुप हैं. उन्होंने अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने पति धर्म नहीं निभाया है, जबकि डिंपल यादव में पत्नी धर्म निभाते हुए अखिलेश यादव का बचाव करते हुए सभी का ध्यान मणिपुर की तरफ खींचने की कोशिश की.

'सपा की सरकार को गुंडों की सरकार'
सपा कार्यकर्ता के मौलाना साजिद रशीदी को थप्पड़ लगाने की घटना को आपत्तिजनक बताते हुए ओपी राजभर ने कहा कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है. इसी तरह की हरकतों की वजह से सपा की सरकार को गुंडों की सरकार कहा जाता था. उन्होंने कहा कि सपा के लोगों को एफआईआर करके कार्रवाई का दबाव बनवाना चाहिए था.

मौलाना साजिद रशीदी के बीजेपी के करीब होने के समाजवादी पार्टी के दावे को नकारते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि पीएम मोदी के साथ मौलाना की फोटो एडिटेड है. यानी आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस से बनाई गई फर्जी फोटो है. उन्होंने कहा कि आजकल किसी के सिर काटकर किसी और के शरीर पर लगाकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. ये तस्वीर उसी का नतीजा है.

सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मस्जिद में बैठने के मामले में कहा कि धार्मिक स्थल पूजा पाठ या इबादत के लिए होती है. उस धार्मिक जगह पर बैठकर अगर मीटिंग की गई तो ये गलत है. लेकिन मुझे जानकारी नहीं कि वहां मीटिंग हुई या सिर्फ जाकर बैठे थे. इसलिए उस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है. 

Featured Video Of The Day
SIR पर Parliament में हंगामा, Manickam Tagore vs Sanjay Jha | लोकतंत्र पर हमला या रूटीन प्रक्रिया?