तटरक्षक बल ने रविवार को कहा कि तेल रिसाव के कारण फैला तेल यहां एन्नोर खाड़ी क्षेत्र के अंदर तक सीमित है और उसके निकलने की संभावना ‘नगण्य' है. रक्षा विभाग की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि तटरक्षक जहाज और हेलीकॉप्टर 10 दिसंबर को रिसाव के बाद तुरंत हरकत में आए और इसे सही तरीके से ‘रोक' दिया.
उत्तरी चेन्नई के अर्नावुर में बाढ़ के पानी के साथ तेल रिसाव देखा गया, जो एन्नोर खाड़ी और बकिंघम नहर तक पहुंच गया. विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘10 दिसंबर को कोसथलैयार नदी के मुहाने के करीब तटीय जल क्षेत्र में तेल के निशान भी देखे गए थे.''
तेल रिसाव लगभग 20 वर्ग किलोमीटर तक फैल गया. तेल का रंग ‘हल्का चमकीला गहरा भूरा' था और करीब 10 टन तेल का रिसाव हुआ है.
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘उसके बाद समुद्र में कोई तेल रिसाव नहीं पाया गया क्योंकि कोसथलैयार नदी के माध्यम से समुद्र में बाढ़ के पानी का प्रवाह कम था और तेल खाड़ी क्षेत्र के अंदर ही रह गया था.''
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) जहाज और हेलीकॉप्टर लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और यह पुष्टि की गई है कि तटीय क्षेत्र में तेल की कोई मात्रा नहीं है.''
तटरक्षक बल एन्नोर खाड़ी क्षेत्र से फैले तेल के आवश्यक मूल्यांकन, सफाई और उसे निकालने के लिए चेन्नई पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड एवं तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को आवश्यक विशेषज्ञ सलाह प्रदान कर रहा है.
चक्रवात ‘मिगजॉम' के कारण यहां भारी वर्षा और बाढ़ के बाद खाड़ी क्षेत्र - बकिंघम नहर में तेल रिसाव देखा गया, जिससे स्थानीय लोग और मछुआरे प्रभावित हुए.
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