ट्रेन दुर्घटना के बाद आज भारतीय रेलवे ने भद्रक से चेन्नई के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई है. इस ट्रेन में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने खोये हुए परिवार वालों को खोजने के लिए भद्रक आए थे. लेकिन वे वापस जा रहे हैं क्योंकि उन्हें यहां पर कोई खासी सफलता नहीं मिली है. कुछ लोग भुवनेश्वर जा रहे हैं, कुछ उसके आगे भी जाएंगे.
एक व्यक्ति ने बताया कि उनका कोई अपना चेन्नई जा रहा था, तो कोरोमंडल एक्सप्रेस में दुर्घटना हो गई. अभी तक उसकी कोई खबर नहीं मिली है तो अब भुवनेश्वर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कैंप में जाकर फोटो दिखाई थी तो बताया कि यह बॉडी भुवनेश्वर चली गई है.
राहुल नाम के एक युवक ने कहा कि, ''मैं जाचपुर में रेलवे का काम करता हूं. मेरा साला और मेरे जीजा जी केरल जा रहे थे. रात में साढ़े आठ बजे फोन किया था, तो फोन स्विच ऑफ मिला था. जब हादसे के बारे में पता चला तो लगा कि वे लोग केरल जा रहे थे तो उसी गाड़ी में होंगे. मैं सुबह आकर हास्पिटल गया था. वे उस हास्पिटल में नहीं थे, दूसरे में शिफ्ट किया गया था. मैंने जाकर देखा, उन्हें ज्यादा चोटें नहीं लगी हैं. अभी हास्पिटल में हैं, बाद में छुट्टी देंगे. हम लोग कोलकाता के हैं. मैं उन लोगों को देख चुका हूं, अब जाचपुर जा रहा हूं.''
नंदीग्राम के निवासी बुजुर्ग शेख निजामुद्दीन ने बताया कि, वे अपने लड़के को ढूंढने के लिए आए थे. उन्होंने कहा कि, ''मेरा छोटा लड़का नहीं मिल रहा है. कहा है कि भुवनेश्वर जाओ.'' उनके साथ मौजूद एक युवक ने कहा कि, ''पता नहीं है कि वह घायल है या नहीं है, अस्पताल में है या नहीं है. हमको नहीं मालूम. हम भुवनेश्वर जाएंगे तब पता चलेगा.'' उन्होंने मोबाइल फोन पर उसका फोटो दिखाया.
उन्होंने कहा कि, ''जितने भी हास्पिटल हैं, हम लोग घूम चुके हैं. सब जगह ढूंढ लिया, कहीं नहीं मिला. हमसे कहा कि भुवनेश्वर जाओ, वहां जाकर देखो. अगर नहीं मिले तो डीएनए टेस्ट कराओ. हमने फोटो दिया लेकिन फोटो से कोई मैच नहीं हो रहा.''
कई लोग ऐसे हैं जिनके परिवार के लोग लापता हैं. पिछले 24 घंटे से उन्हें खोजने के बावजूद उन्हें वे नहीं मिल सके हैं. उनसे कहा गया है कि आप भुवनेश्वर जाएं. कटक अस्पताल में कुछ घायल लोग हैं. कुछ मृतकों के शव भोपाल के एम्स और कुछ अन्य अस्पतालों में भेजे गए हैं. लोग अब अपनों को खोजने के लिए भुवनेश्वर जा रहे हैं.