रेत में 'जान' डालने वाले सुदर्शन पटनायक को यूके में मिला अवार्ड, गणेश की मूर्ति बना दिया शांति का संदेश

सुदर्शन पटनायक लंबे समय से अपनी अनूठी रेत कला के लिए जाने जाते हैं और कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पुरस्कार जीत चुके हैं.

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सुदर्शन पटनायक को यूके में मिला पहला फ्रेड डारिंगटन सैंड मास्टर अवार्ड...
भुवनेश्वर:

सुदर्शन पटनायक समुद्र किनारे ऐसी कलाकृतियां बनाते हैं, जिसे देख ऐसा लगता है कि 'रेत में जान' आ गई हो. सुदर्शन पटनायक की ख्‍याति विदेशों में भी पहुंच चुकी है. अब पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक को यूनाइटेड किंगडम में पहला 'फ्रेड डारिंगटन सैंड मास्टर अवार्ड' मिला है. सुदर्शन पटनायक को यह सम्मान वेमाउथ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्ट फेस्टिवल में उनकी शानदार कृति के लिए दिया गया, जहां उन्होंने भगवान गणेश की 10 फुट ऊंची रेत की मूर्ति बनाकर शांति का संदेश दिया.  

ओडिशा के CM ने दी बधाई  

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सुदर्शन पटनायक को यूनाइटेड किंगडम में पहला 'फ्रेड डारिंगटन सैंड मास्टर अवार्ड' मिलने पर हार्दिक बधाई दी है. मुख्यमंत्री माझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए लिखा, 'पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित एवं प्रख्यात रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक को प्रथम ब्रिटिश सैंड मास्टर पुरस्कार 'द फ्रेड डारिंगटन' से सम्मानित होने पर हार्दिक बधाई. उन्होंने वेमाउथ में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय रेत कला महोत्सव में भगवान गणेश की 10 फुट ऊंची विशालकाय प्रतिमा के माध्यम से शांति का संदेश दिया. उनके योगदान ने वैश्विक मंच पर हमारे देश और राज्य की सांस्कृतिक विरासत को और बढ़ाया है.'

भगवान गणेश का आशीर्वाद...

इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के साथ ही पटनायक ने एक बार फिर ओडिशा की समृद्ध कलात्मक परंपरा को वैश्विक पटल पर उजागर किया है. वेमाउथ में आयोजित इस फेस्टिवल में उनकी कृति ने न केवल दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया, बल्कि वहां मौजूद लोगों को प्रभावित भी किया. भगवान गणेश की यह मूर्ति शांति और सौहार्द का प्रतीक बनकर उभरी, जिसकी हर ओर सराहना हो रही है.

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अनूठी कला के धनी 

सीएम माझी ने पटनायक की इस उपलब्धि को राज्य और देश के लिए गर्व का क्षण बताते हुए कहा, 'उनके योगदान ने हमारे राज्य और राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर और गौरवान्वित किया है.' उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पटनायक की कला ने ओडिशा की पहचान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत किया है. सुदर्शन पटनायक लंबे समय से अपनी अनूठी रेत कला के लिए जाने जाते हैं और कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पुरस्कार जीत चुके हैं. इस बार यूके में मिला यह सम्मान उनकी प्रतिभा का एक और प्रमाण है. ओडिशा के लोगों ने भी उनकी इस उपलब्धि पर खुशी जताई है.

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