ओडिशा में शुक्रवार को हुए ट्रेन हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बालासोर पहुंच गए हैं. इस मौके पर उनके साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी घटनास्थल पर मौजूद है. रेल मंत्री ने पीएम मोदी को बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल पर ताजा स्थिति की जानकारी दी. पीएम मोदी बालासोर और कटक के अस्पताल में घायलों से भी मिले.
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम एक मालगाड़ी और दो एक्सप्रेस ट्रेनों की टक्कर में मरने वालों की संख्या बढ़कर 261 हो गई है. 900 से ज्यादा लोग घायल हैं. रेलवे के मुताबिक 650 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. रेल हादसे के बाद बालासोर जिला अस्पताल और सोरो अस्पताल में बड़ी संख्या में घायलों को लाया गया, जिससे इन अस्पतालों के कमरे भर गये और गलियारों तक में मरीजों को रखा गया है.
पीएम मोदी वायुसेना के हेलिकॉप्टर से भुवनेश्वर से लगभग 170 किलोमीटर उत्तर में बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर घटना स्थल के पास उतरे. उन्होंने बालासोर जिला अस्पताल में घायलों से मुलाकात की. पीएम मोदी ने कहा कि इस हादसे के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे नहीं बख्शा जाएगा.
पीएम मोदी ने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि शोक संतप्त परिवारों को असुविधा का सामना न करना पड़े. साथ ही हादसे के प्रभावितों को आवश्यक सहायता मिलती रहे.
पीएम मोदी ने घटनास्थल पर रेलवे अधिकारियों से मालगाड़ी और दो ट्रेनों की टक्कर के बारे में टेक्निकल जानकारी भी ली.
इस दौरान पीएम मोदी ने फोन पर स्वास्थ्य मंत्री और कैबिनेट सचिव से बात की है और उन्हें जरूरी निर्देश दिए हैं. पीएम ने घायलों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए भी कहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि बालासोर हादसा बेहद दर्दनाक, विचलित करने वाला है. हादसे को बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. हम घायलों के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी. ओडिशा सरकार ने हर संभव मदद की है. उम्मीद है हम इन घटनाओं से सीखेंगे.
पीएम मोदी ने इससे पहले एक ट्वीट में हादसे पर दुख जताया था. उन्होंने लिखा था, "ओडिशा में ट्रेन हादसे से व्यथित हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायल जल्द स्वस्थ हों. इस हादसे में जो भी प्रभावित लोग हैं, उन्हें हर संभव सहायता दी जा रही है."
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से घायलों और उनके परिवारों को हर संभव मदद मुहैया कराने के भी निर्देश दिए हैं. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि शोक संतप्त परिवारों को असुविधा का सामना न करना पड़े. हादसे के प्रभावितों को जरूरी सहायता मिलती रहे.
हादसे में सुरक्षित बचे 1000 पैसेंजर्स को विश्वेसरैया-हावड़ा एक्सप्रेस से हावड़ा रवाना कर दिया गया है. बालासोर से आने वाली एक स्पेशल ट्रेन से घटनास्थल पर फंसे 200 पैसेंजर्स को खाना और राहत सामग्री देकर भेजा गया. NDRF की तीन टीमें और 20 से ज्यादा फायर सर्विस एंड रेस्क्यू टीमें घटनास्थल पर हैं. इनमें 1200 बचाव कर्मी मौजूद हैं.
सेना की पूर्वी कमान से चिकित्सा और इंजीनियरिंग टीमों को एंबुलेंस और मेडिकल एड के साथ बालासोर में तैनात किया गया है. 2000 से ज्यादा लोग रातभर बालासोर मेडिकल कॉलेज के बाहर खड़े रहे, ताकि घायलों को मदद पहुंचा सकें.कई लोगों ने खून डोनेट किया.
अस्पताल के मुर्दाघर में सफेद कफन में लिपटे शवों का ढेर लगा हुआ है, जिनमें से कई की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है.