जम्मू के कटरा में माता वैष्णो देवी के दर्शन करने श्रद्धालुओं की तादाद पिछले साल के मुकाबले इस साल घटी है. इस बार यहां आने वाले तीर्थ यात्रियों की तादाद का ना कोई रिकॉर्ड बनेगा और ना ही यह एक करोड़ का आंकड़ा छू पायेगा. पिछले 11 महीनों में 88,91,055 श्रद्धालु ही पहुंच सके, जो पिछले साल की तुलना में करीब 24 लाख कम हैं. अब सिर्फ एक महीना बचा है और दिसंबर में यात्रियों की संख्या पहले से ही कम रहती है.
दिसंबर में कम ही यात्री दर्शन करते है. ऊपर से कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के रद्द रहने से मौजूदा स्थिति में यात्रियों के यहां आने की तादाद में बढोतरी होती नहीं दिख रही है.
इस बार यात्रा में गिरावट के पीछे कई बड़े कारण रहे है. वर्ष की शुरुआत में प्रयागराज में महाकुंभ हुआ. उस दौरान बड़ी संख्या में हिन्दू तीर्थंयात्री वहां गए. वहीं, अप्रैल में पहलगाम में आतंकी हमला हुआ. मई में भारत ने पाक के खिलाफ ऑपेरशन सिंदूर लांच किया. अगस्त में वैष्णो देवी के रास्ते मे पड़ने वाले अर्धकुंवारी क्षेत्र में हुआ भीषण भूस्खलन होने की वजह से 34 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. यात्रा 22 दिनों तक बंद रही. इन घटनाओं का असर पूरे साल यात्री आवागमन पर पड़ा.
हालांकि, वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और कटड़ा का व्यापारी वर्ग इस साल रिकॉर्ड की उम्मीद लगाए बैठा था, लेकिन आंकड़े जो दिखे वह काफी निराशाजनक हैं. कटड़ा रेलवे स्टेशन के लिए अधिकतर ट्रेनें अब कई ट्रेन नहीं चल रही है, जिससे यात्रियों की संख्या में लगातार कमी बनी हुई है.
वैसे फिलहाल मौसम पूरी तरह अनुकूल है और प्रशासन, श्राइन बोर्ड तथा स्थानीय व्यापारी यात्रा बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं. उन्हें उम्मीद है कि नव वर्ष से पहले कुछ और ट्रेनें बहाल होंगी, जिससे दिसंबर में यात्रियों की संख्या में थोड़ी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, जिससे यहां फिर से रौनक लौटने की उम्मीद है.














