हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के मामले में कांग्रेस विधायक मामन खान इंजीनियर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. मंगलवार को कांग्रेस विधायक को दो दिन की रिमांड पूरी होने के बाद सीजेएम जोगेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया गया. पुलिस ने बताया कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. अदालत में महज 10 मिनट तक दोनों पक्षों के वकीलों की जमकर बहस हुई, जिसके बाद कोर्ट ने मामन खान इंजीनियर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया.
मामन खान इंजीनियर से पुलिस ने रिमांड के दौरान लिखित में लिए गए बयानों पर हस्ताक्षर करवाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने किसी भी कागज पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. आपको बता दें कि मामन खान इंजीनियर को गत 15 सितंबर को राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया और दो दिन के रिमांड पर भेज दिया गया.
रविवार को 2 दिन की रिमांड पूरी हुई, तो नूंह पुलिस ने तीन नए मुकदमों में एफआईआर नंबर 137, 148 और 150 में दो दिन का मामन खान का रिमांड मांगा. कोर्ट ने मामन खान को फिर से दो दिन के रिमांड पर भेज दिया. नूंह पुलिस ने कांग्रेस विधायक का मोबाइल व लैपटॉप पहले ही बरामद कर लिए थे, लेकिन लंबी छानबीन के बाद भी पुलिस मामन खान के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं जुटा पाई.
अभी तक की पुलिस जांच में नूंह हिंसा में कांग्रेस विधायक मामन खान का रोल पूरी तरह से स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा है. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और पुलिस के आला अधिकारियों ने मामन खान को नूंह हिंसा का आरोपी बताया था.
मामन खान के वकीलों के मुताबिक, अब जल्दी ही मामन खान इंजीनियर को जमानत दिलाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी. वकीलों को भरोसा है कि मामन खान इंजीनियर को इस मामले में जल्द ही जमानत मिल जाएगी.
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