राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) ने गुरुवार को ताजिकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों की बैठक के दौरान शीर्ष क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारियों को संबोधित करते हुए आंतकवाद के खिलाफ एक्शन प्लान बनाने का आह्वान किया है.
डोभाल ने अपने संबोधन में सदस्य देशों के टॉप सिक्योरिटी अफसरों से क्षेत्र में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों से निपटने के लिए एक कार्य योजना का आह्वान किया, और अंतर्राष्ट्रीय मानकों को अपनाने पर जोर दिया - जिसमें आतंकवादी गतिविधि के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) के साथ एक संभावित समझौता ज्ञापन भी शामिल है.
डोभाल ने इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ प्रतिबंधों का आह्वान किया.
NSA अजीत डोभाल ने कुंभ की तारीफ में नहीं लिखी कोई चिट्ठी, अधिकारियों ने बताया फर्जी: रिपोर्ट
उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करता है और आतंकवाद को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने हथियारों की तस्करी के लिए डार्क वेब और ड्रोन सहित आतंकवादियों द्वारा प्रौद्योगिकी के उपयोग की निगरानी करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला.
डोभाल ने ईरान में चाहबहार बंदरगाह और क्षेत्रीय हवाई गलियारों की स्थापना जैसी पहलों के माध्यम से सदस्य देशों के बीच अधिक से अधिक संपर्क पर जोर दिया. हालांकि, उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए.
उन्होंने "अफगानिस्तान में पिछले दो दशकों में अर्जित लाभ को संरक्षित करने" की आवश्यकता पर भी बल दिया. उन्होंने कहा कि एससीओ शिखर सम्मेलन के इस संस्करण का एक हिस्सा अफगानिस्तान में उभरती राजनीतिक और सुरक्षा स्थिति भी है. डोभाल ने कहा कि भारत एससीओ के अफगानिस्तान 'संपर्क समूह' का समर्थन करता है और चाहता है कि यह अधिक सक्रिय हो.