अब श्रीकृष्ण जन्मस्थान से सटी शाही ईदगाह मस्जिद का सर्वे कराने की मांग, मथुरा कोर्ट में याचिका दाखिल

Krishna Janmabhoomi Row: याचिका में कहा गया है कि काशी की ज्ञानवापी में जैसे सनातन मंदिरों के सबूत स्वास्तिक, कमल पुष्प, नाग, घंटा, कलश, पुष्प माला और अन्य धार्मिक प्रतीक चिह्न मिले हैं वैसे ही सबूत शाही ईदगाह मस्जिद में भी मौजूद हैं. उन्हें सबूत के तौर पर फौरन संरक्षित करने की जरूरत है, वरना वहां काबिज पक्षकार उन्हें नष्ट कर सकते हैं.

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श्रीकृष्ण जन्मस्थान से सटी शाही ईदगाह मस्जिद के सर्वे की मांग
मथुरा:

ज्ञानवापी मस्जिद  के बाद अब मथुरा श्रीकृष्ण जन्मस्थान (Krishna Janmabhoomi ) से सटी शाही ईदगाह मस्जिद को भी फ़ौरन सील कर वहां भी सर्वे कराने की मांग की गई है.मथुरा की सिविल कोर्ट में याचिका दाखिल हुई है. कानून के छात्र और वकील ने ये याचिका दाखिल की  और तुरंत सुनवाई करने की गुहार लगाई है. याचिका में कहा गया है कि काशी की ज्ञानवापी में जैसे सनातन मंदिरों के सबूत स्वास्तिक, कमल पुष्प, नाग, घंटा, कलश, पुष्प माला और अन्य धार्मिक प्रतीक चिह्न मिले हैं वैसे ही सबूत शाही ईदगाह मस्जिद में भी मौजूद हैं. उन्हें सबूत के तौर पर फौरन संरक्षित करने की जरूरत है, वरना वहां काबिज पक्षकार उन्हें नष्ट कर सकते हैं, क्योंकि कुछ सनातन धार्मिक प्रतीक तो वो पहले ही नष्ट भी कर चुके हैं. सीलबंद करने के आदेश में देरी होने से कहीं ऐसा न हो कि सभी प्रतीक चिह्न मिटा दिए जाएं जिनसे उस संपत्ति का चरित्र ही बदल जाए. उससे याचिका कर्ताओं के दावे को अपूरणीय क्षति हो जाएगी.

याचिका में गुहार लगाई गई है कि सबसे पहले तो मुख्य गर्भ गृह की जगह कब्जा कर बनाई मस्जिद में किसी का भी प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए. परिसर को सीलबंद कर सुरक्षा इंतजाम कड़े किए जाएं.  इन इंतजाम के लिए मथुरा के जिला मजिस्ट्रेट, SSP और CRPF कमांडेंट को निर्देशित किया जाए. कोर्ट मामले की संवेदनशीलता के मद्देनज़र एक जुलाई की जगह जल्द  सुनवाई करे ताकि परिसर के संरक्षण के लिए एहतियाती कानूनी और प्रशासनिक इंतजाम समय रहते कर लिए जाएं.

बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में तीन दिनों तक सर्वे करने वाले पैनल में शामिल रहे एडवोकेट कमिश्नर ने कहा है कि आज कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट दाखिल नहीं करेंगे. NDTV से खास बातचीत में एडवोकेट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह (Ajay Pratap Singh) ने कहा कि हम लोग अलग-अलग रिपोर्ट दाख़िल नहीं करेंगे बल्कि तीनों लोग मिलकर एक रिपोर्ट दाखिल करेंगे. इसके लिए कोर्ट से सोमवार तक समय मांग सकते हैं. इससे पहले वाराणसी की अदालत ने एडवोकेट कमिशनर से 17 मई को सर्वे रिपोर्ट पेश करने को कहा था.

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