उत्तरकाशी के टनल के अंदर फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन अब आखिरी चरण में है. मिल रही जानकारी के अनुसार अब रेस्क्यू टीम अंदर फंसे मजदूरों से महज कुछ मीटर की दूरी पर है. टनल के अंदर रैट माइनिंग लगातार जारी है. हालांकि, इन सब के बीच खबर आ रही है कि टनल के पास हल्की बारिश शुरू हो गई है. लेकिन बारिश के बावजूद भी अंदर रेस्क्यू का काम चल रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच अंदर फंसे मजदूरों के परिवारों को अपने बैग और कपड़े तैयार रखने को कहा है.
अंदर फंसे मजदूरों के परिजन टनल के बाहर ही मौजूद हैं
बता दें कि प्रशासन ने इन मजूदरों के बाहर निकलते ही पहले इन्हें अस्पताल ले जाने की तैयारी की है. इसके लिए बकायदा टनल के पास ही अस्थाई तौर पर अस्पताल भी तैयार किया है. टनल के अंदर फंसे मजदूरों के परिजन टनल के बाहर उनका इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, बीते कुछ दिनों में टनल के अंदर ड्रिलिंग का काम कर रहे मशीन में आई खराबी की वजह से इनका इंतजार और लंबा हुआ है.
सिलक्यारा सुरंग से एक राहत देने की वाली खबर सामने आई है. अंदर फंसे मजदूरों और रेस्क्यू टीम के बीच अब सिर्फ 5 मीटर की दूरी बची है. कहा जा रहा है कि अगर कोई बड़ी बाधा ने रास्ता नहीं रोका तो सभी मजदूर जल्द ही सुरंग से बाहर आ जाएंगे.
तेजी से चल रही ड्रिलिंग, जल्द बाहर आएंगे 41 मजदूर
सुरंग के अंधर फिलहाल रैट माइनर्स मलबे की खुदाई में जी जान से जुटे हुए हैं. मैनुअल ड्रिलिंग के लिए 3 टीमें बनाई गई हैं. 12, 7 और 5 सदस्यों की ये टीमें अपने काम में जुटी हुई हैं. उधर वर्टिकल ड्रिलिंग का काम भी तेज़ी से चल रहा है. सुरंग में मैनुअल ड्रिलिंग का काम सोमवार से शुरू किया गया. शुरुआती ड्रिलिंग का काम अमेकरिकी ऑगर मशीन से किया जा रहा था लेकिन शुक्रवार को वह मलबे में फंस गई थी, जिससे अधिकारियों को वैकल्पिक तरीकों की तलाश करना पड़ा. ड्रिलिंग का काम करीब 40% पूरा हो चुका है.
पीएम मोदी ने की मजदूरों के लिए प्रार्थना की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरंग में फंसे मजदूरों के लिए प्रार्थना करने की अपील देश की जनता से की है. वहीं रैट माइनर्स भी मुस्तैदी से अपने काम में जुटे हुए हैं. पीएम मोदी ने तेलंगाना में कहा," आज जब हम देवी-देवताओं से प्रार्थना कर रहे हैं, मानवता के कल्याण की बात कर रहे हैं, तो हमें अपनी प्रार्थना में उन श्रमिक भाईयों को भी स्थान देना है, जो बीते करीब दो सप्ताह से उत्तराखंड की एक टनल में फंसे हुए हैं."