यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और बिसरख पुलिस की टीम की बिसरख क्षेत्र में बदमाशों से मुठभेड़ हो गई. इसमें एक बदमाश को गोली लगी, जिसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया. वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने मृत बदमाश के पास से चोरी की मोटरसाइकिल और 2.9 एमएम की पिस्टल बरामद की है.
मुठभेड़ में मारे गए बदमाश की पहचान कुख्यात अपराधी कपिल पुत्र कृपाल, बसी थाना खेकड़ा बाग़पत के रूप में हुई है. उस पर दोहरे हत्या के अभियोग में बागपत से एक लाख का इनाम घोषित था.
एसटीएफ के एसपी कुलदीप नारायण ने बताया कि कपिल पर हत्या, हत्या के प्रयास और लूट जैसी गंभीर वारदातों के 35 से अधिक केस तीन राज्यों में दर्ज हैं. वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी योगेश भदोड़ा का शार्प शूटर था. बाद में वह सुनील राठी गैंग से जुड़ गया था.
एसपी एसटीएफ का कहना है कि मृतक कपिल बागपत जिले में खेकड़ा के बसी गांव का रहने वाला था. उसे बागपत के जिलाधिकारी ने गैंगस्टर घोषित किया था. पिछले साल मार्च के महीने में उसके घर को पुलिस ने सील कर दिया था. कपिल के पिता कृपाल की कई वर्ष पहले हत्या कर दी गई थी. कृपाल की लाश नहीं मिली थी. इसके बाद कपिल मेरठ के योगेश बड़ौदा गैंग में शामिल हो गया था. उसने बागपत, गाजियाबाद के अलावा हरियाणा और दिल्ली में अपराधिक वारदातों को अंजाम दिया. उस पर तीन राज्यों में करीब 35 मुकदमे दर्ज हैं. इनमें हत्या, लूट, डकैती और गैंगस्टर के मामले शामिल हैं.
कपिल सितंबर 2021 में जमानत पर जेल से छूट कर आया था. उसने गांव में 31 जनवरी 2022 को दिनदहाड़े संत सिंह और उनके पोते मनदीप की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. मनदीप की मां ने कपिल और उसके अन्य साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. दोहरे हत्याकांड में फरार कपिल पर पुलिस ने पहले 25000 का इनाम घोषित किया, जो कि बढ़ते हुए एक लाख तक पहुंच गया था.