वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने राज्यसभा में विपक्षी गठबंधन 'INDIA' के नेताओं को 'देशद्रोही' कहकर संबोधित करने पर सदन के नेता पीयूष गोयल के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया है. उन्होंने कहा कि सदन में माफी से कम कुछ भी नहीं चलेगा.
जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "आज 13:00 बजे, राज्यसभा में 'INDIA' के नेताओं को 'देशद्रोही' कहकर संबोधित करने के लिए सदन के नेता पीयूष गोयल के खिलाफ एक विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया. जब ये उचित होगा, सदन के पटल पर उनकी ओर से माफी से कम कुछ भी नहीं चलेगा."
कुछ देर बाद एक अन्य ट्वीट में, जयराम रमेश ने कहा, "आपसी बातचीत के प्रस्ताव के आधार पर मणिपुर पर तत्काल चर्चा की अनुमति देने से मोदी सरकार के लगातार इनकार के कारण विपक्षी दल आज दिन के बाकी समय के लिए राज्यसभा से वॉकआउट कर गए. सदन के नेता पीयूष गोयल द्वारा 'INDIA' दलों के नेताओं के खिलाफ की गई बेहद आपत्तिजनक और पूरी तरह से अस्वीकार्य टिप्पणियों के लिए माफी मांगने से इनकार जारी है."
सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन पर चीनी प्रचार को बढ़ावा देने के आरोप पर विपक्ष के विरोध के बीच राज्यसभा की कार्यवाही तीसरी बार दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
पीयूष गोयल ने कहा, "कांग्रेस और उसके अहंकारी गठबंधन दल चीनी मीडिया का समर्थन कर रहे हैं और साजिश रच रहे हैं. यह एक गंभीर मुद्दा है. इस मुद्दे पर सदन में चर्चा की जरूरत है." उन्होंने आगे आरोप लगाया, "अहंकारी गठबंधन दल एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं. वे देश के खिलाफ दुष्प्रचार का वित्तपोषण कर रहे हैं. राहुल गांधी का कम्युनिस्ट पार्टी और चीन के साथ क्या संबंध है. देश को पता होना चाहिए कि वे भारत के साथ हैं या चीन के साथ..."
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी के न्यूज़क्लिक पर न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट का मुद्दा उठाने पर पियूष गोयल ने ये टिप्पणी की.
सभापति ने सदन को सूचित किया कि जयराम रमेश ने उनसे उनके कक्ष में मुलाकात की और उन्हें बताया कि पीयूष गोयल ने विपक्षी दलों के लिए 'अनुचित शब्द' का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा, "मुझे जांच करने दीजिए. यह सदन के रिकॉर्ड में नहीं होगा."
वहीं पियूष गोयल ने अपनी ओर से सभापति से ये भी आग्रह किया कि यदि सदन में उनके द्वारा कोई असंसदीय टिप्पणी की गई है तो उसे हटा दिया जाए.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "पियूष गोयल के बयान की जांच की जाए. उन्होंने हम पर जो आरोप लगाए हैं, हमें देशद्रोही कहा और पैसे का आरोप लगाया. सर, वह सब क्या है?"
विपक्ष ने अपना विरोध और नारेबाजी जारी रखी, इसके बाद सभापति ने कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.