- ममता कुलकर्णी का दाऊद इब्राहिम से कोई संबंध नहीं था, उनके रिश्ते गैंगस्टर विकी गोस्वामी से थे.
- अनीता अयूब पाकिस्तानी अभिनेत्री थी जो 90 के दशक में बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड से जुड़ी थीं.
- अनीता ने देव आनंद की फिल्मों में काम किया और डॉन अनीस इब्राहिम से परिचय हुआ था.
फिल्म अभिनेत्री से साध्वी बनीं ममता कुलकर्णी फिर एक बार चर्चा में आ गईं जब उनसे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से रिश्तों के बारे में गोरखपुर की एक प्रेस कांफ्रेंस में सवाल पूछा गया. दरअसल ममता कुलकर्णी के कभी दाऊद के साथ रिश्ते थे ही नहीं. ममता के रिश्ते एक-दूसरे गैंगस्टटर विकी गोस्वामी के साथ थे, जिस पर छोटा राजन के लिए काम करने का आरोप था. ये बात ममता कुलकर्णी खुद अबसे दस महीने पहले एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कबूल की थी. 90 के दशक में जब ममता कुलकर्णी बॉलीवुड में छायीं हुईं थीं उस दौर में एक अन्य अभिनेत्री का नाम डी कंपनी से जुडा था. जी नहीं, यहां बात अभिनेत्री मंदाकिनी की बात नहीं हो रही जिसके दाऊद के साथ रिश्ते किसी से छुपे नहीं थे. डी कंपनी की खासमखास एक पाकिस्तानी अभिनेत्री थी, जिसका नाम है अनीता अयूब.
अनीता अयूब, ये वो नाम है जिसकी 90 के दशक में तीन पहचानें थीं – बॉलीवुड की अभिनेत्री, डॉन की माशूका और पाकिस्तानी जासूस. 1989 में अनीता ने बतौर मॉडल मिस एशिया पैसेफिक अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था. वो कई टीवी विज्ञापनों के लिए मॉडलिंग भी कर चुकी थी. 1992 में उसने अभिनय के क्षेत्र में गर्दिश नाम के पाकिस्तानी धारावाहिक से कदम रखा. भारत के मशहूर फिल्म अभिनेता और निर्माता देव आनंद की नजर अनीता पर पड़ी और उन्होंने अपनी अगली फिल्म प्यार का तराना के लिए प्रमुख भूमिका में अनीता को ले लिया. इस फिल्म में उन्होंने अभिनय नहीं किया था, लेकिन इसे लिखा और निर्देशित किया था. ये फिल्म भी चंद पिछली फिल्मों की तरह बॉक्स ऑफिस पर पिट गई, लेकिन एक के एक बाद फ्लॉप फिल्में देने के बावजूद देव आनंद को फिल्में बनाने का जुनून सवार था. फिल्म फ्लॉप होने के बावजूद अनीता अयूब उन्हें खूब पसंद आयीं. 1994 में बनाई गई गैंगस्टर नाम की अगली फिल्म में उन्होंने फिर एक बार अनीता अयूब को लिया.
फोटो- अनीता अयूब
इसी दौरान अनीता की जान पहचान अंडरवर्ल्ड डॉन अनीस इब्राहिम से हो गई. अनीस अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भाई है. चंद मुलाकातों में अनीस अनीता की खूबसूरती का कायल हो गया और उसने अनीता से कहा कि वो उसे बॉलीवुड की एक बड़ी अभिनेत्री बनवा देगा. उसने जावेद सिद्धिकी नाम के एक फिल्म प्रोड्यूसर को फोन करके अपनी अगली फिल्म में अनीता को लीड रोल में लेने के लिए कहा. जावेद उस वक्त मिथुन चक्रवर्ती, विनोद खन्ना और राज बब्बर को लेकर एक मल्टीस्टारर फिल्म बनाने की तैयारी कर रहे थे. डी कंपनी का उस वक्त बॉलीवुड में बड़ा दबदबा था और जावेद को अनीस की बात माननी पड़ी. जावेद ने एक लाख रुपये का साइनिंग अमाउंट भी अनीता को दे दिया.
कुछ दिनों बाद दोनों में तकरार हो गई. जावेद ने ये कहकर साइनिंग अमाउंट वापस मांगा कि वो अनीता को अपनी फिल्म में नहीं ले सकता और वो कोई दूसरा प्रॉडक्शन हाउस देख लें. जब अनीस को पता चला कि जावेद ने अनीता के साथ अंतरंग संबंध बना लिए थे और उसे काम भी नहीं दिया तो वो आगबबूला हो गया, उसने अपने साथी अबू सलेम को निर्देश दिया कि वो जावेद को खत्म करवा दे.
सलेम ने अपने शूटर सलीम तुकाराम को 50 हजार रुपये की सुपारी दी. 7 जून 1994 को वर्सोवा इलाके में दिन के वक्त जावेद जब अपनी पत्नी के साथ कहीं जा रहे थे तब सलीम और उसके शूटरों ने जावेद को गोलियों से भून दिया. ये पूरा किस्सा अबू सलेम ने महाराष्ट्र एटीएस को दिये अपने बयान में दर्ज करवाया है. इस घटना के बाद अनीता अयूब पुलिस की नजर में आ गई. कुछ लोगों ने शक जताया कि वो पाकिस्तानी जासूस भी हो सकती है. सालभर पहले ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने 12 मार्च 1993 का मुंबई में सिलसिलेवार बम धमाके करवाये थे. शक जताया जा रहा था कि अनीता के जरिये किसी और साजिश को अंजाम देने की कोशिश हो सकती है. इससे पहले कि पुलिस अनीता से पूछताछ कर पाती वो अमेरिका चली गई. अमेरिका में उसने गुजराती मूल के एक कारोबारी से शादी की लेकिन ये शादी ज्यादा दिन चली नहीं. इसके बाद उसने एक पाकिस्तानी से शादी कर ली. अनीता अयूब आधिकारिक तौर पर भारतीय जांच एजेंसियों की नजर में जासूस नहीं है.














