नोएडा : पुलिस हिरासत में युवक की खुदकुशी को लेकर बड़ा एक्शन, पूरी चौकी निलंबित

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इसी दौरान योगेश ने चौकी के अंदर जाकर कमरे का दरवाजा बंद कर लिया तथा पंखे से फंदा लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. योगेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

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नई दिल्ली:

जनपद गौतमबुद्ध नगर में बिसरख थानाक्षेत्र की चिपियाना बुजुर्ग पुलिस चौकी में बृहस्पतिवार सुबह हिरासत में एक युवक ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में परिजनों द्वारा गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद पुलिस आयुक्त ने पुलिस चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) सुनिती ने बताया कि पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के आदेश पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के साथ-साथ घटना की उच्च स्तरीय जांच के लिए एक अधिकारी को नियुक्त किया गया है. उन्होंने बताया कि मामले में थाना प्रभारी और सहायक पुलिस आयुक्त की भूमिका की जांच की जा रही है. पुलिस उपायुक्त ने कहा कि चिकित्सकों का एक पैनल बनाकर शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी करवाई गई है.

सुनिती ने बताया कि चिपियाना गांव के पास स्थित एक कंपनी में काम करने वाली एक महिला ने अपने सहकर्मी योगेश (22) पर बलात्कार का आरोप लगाया था और उसने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक (लखनऊ) से शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि जांच दल लखनऊ से नोएडा आया और इस जांच के क्रम में पुलिस ने बृहस्पतिवार सुबह को योगेश को पूछताछ के लिए चौकी पर बुलाया.

उन्होंने कहा कि इसी बीच पुलिस को चिपियाना में एक युवक की खुदकुशी की सूचना मिली. इस पर योगेश को चौकी लेकर आए पुलिसकर्मी उसे बाहर कुर्सी पर बैठाकर घटनास्थल रवाना हो गए. सुनिती ने कहा कि उस वक्त चौकी पर एक महिला कांस्टेबल निगरानी पर थी.

► पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इसी दौरान योगेश ने चौकी के अंदर जाकर कमरे का दरवाजा बंद कर लिया तथा पंखे से फंदा लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. योगेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

वहीं, घटना के बाद मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई के डर से योगेश ने आत्महत्या की है. पुलिस हिरासत में मौत की सूचना पर काफी संख्या में लोग सेक्टर-94 स्थित शवगृह जमा हो गए तथा उन्होंने पुलिस के विरोध में नारेबाजी की. पुलिस अधिकारियों ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत किया.

मृतक के भाई ने कहा कि योगेश पर झूठा आरोप लगाने वाली महिला उनकी मौत की जिम्मेदार है. खबर लिखे जाने तक इस मामले में किसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई थी. हालांकि पुलिस उपायुक्त ने कहा कि मृतक के परिजन से तहरीर मिलने पर तुरंत मुकदमा दर्ज किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व भी थाना सेक्टर-39 क्षेत्र में एक व्यक्ति की हिरासत में मौत हो गई थी.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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