कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे की नेतृत्व में गुरुवार को 13 विपक्षी पार्टियों ने तिरंगा मार्च निकाला. इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र के बारे में बहुत कहती है, पर उसके तहत चलती नहीं है. 50 लाख करोड़ का बजट 12 मिनट में पास किया गया. कहते हैं विपक्ष की रुचि नहीं. लेकिन जब कभी हम बोलने के लिए उठते थे तो वह बोलने नही देते थे.
उन्होंने कहा, " मुद्दा को डाइवर्ट करने के लिए 'राहुल गांधी माफी मांगों' का मुद्दा लेकर आए. पीएम खुद सदन में नहीं रहते हैं. इस दौरान दौरे पर रहते हैं. प्रचार में जाते हैं. हर जगह जाकर कोई फीता काटते हैं, तो कोई हर चीज का क्रेडिट लेते हैं."
राहुल गांधी को अयोग्य घोषित किए जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि दो साल की सजा पर कितनी तेजी से उन्हें अयोग्य घोषित किया गया. लेकिन गुजरात के एक एमपी नारयण भाई को तीन साल की सजा मिली, फिर भी उनको अयोग्य घोषित नहीं किया गया. उन्हें 16 दिन का समय दिया गया. हम कानून के तहत लड़ेगे. यह लोकतंत्र नहीं है.
खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते हैं, विदेश में रहते हैं, चुनाव प्रचार में लगे रहते हैं. वे सिर्फ़ हरी झंडी दिखाने में व्यस्त हैं. केवल भाषण देते रहते हैं. लेकिन भाषण से पेट नहीं भरता, लोगों को राशन दो.
उन्होंने कहा, " हम न्याय के लिए लड़ रहे हैं. हम सब विपक्ष के नेता मिलकर मुद्दे उठाएं. 'अंधेर नगरी चौपट राजा' चल रहा है. हम जमीन पर ही बैठे हैं. मुद्दे देश को बचाना है. पीएम मोदी बोलते हैं तो उनको ग्राउंड लेवल पता नहीं होगा. एकता से एकजुट होकर हम काम करेंगे."
पीएम के वंशवाद वाले वार पर खरगे ने पलटवार करते हुए कहा, " क्या गांधी परिवार का कोई सदस्य 1990 से आजतक कोई पीएम या मंत्री बना ? जो देश के लिए लड़ता है, वो उसको बाहर करते हैं. गांधी परिवार देश को जोड़ने का काम करता है."
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