विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा है कि हत्या की एक असफल साजिश में किसी भारतीय के शामिल होने के आरोपों से भारत-अमेरिका संबंधों (India-US relations) की प्रगति पर कोई असर नहीं पड़ा है. नवंबर में, अमेरिका ने एक भारतीय नागरिक पर न्यूयॉर्क में सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था. ‘पीटीआई-भाषा' को दिए एक विशेष साक्षात्कार में जयशंकर ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों के बुनियादी सिद्धांत बहुत मजबूत हैं और आरोपों का संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ा है.
उन्होंने कहा, “अमेरिका ने सकारात्मक भाव के साथ हमारा ध्यान कुछ जानकारी की ओर दिलाया है. हमारा यह भी मानना है कि इसमें से कुछ का हमारी अपनी प्रणाली पर प्रभाव पड़ता है.”
विदेश मंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा' के मुख्यालय में हुई बातचीत में कहा, 'हम इसकी जांच कर रहे हैं. लेकिन मुझे नहीं लगता कि भारत-अमेरिका संबंधों की प्रगति जरा भी प्रभावित होगी.”
भारत ने उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की
इस साजिश में भारत का हाथ होने के आरोप लगने के कुछ दिन बाद, भारत ने मामले में अमेरिका से प्राप्त जानकारी की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की.
आतंकवाद के आरोप में भारत में वांछित पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है.
पिछले महीने, वाशिंगटन पोस्ट ने कथित तौर पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने के लिए एक भारतीय अधिकारी का नाम लिया था.
कुछ दिन बाद, भारत ने कहा कि खबर में एक गंभीर मामले के सिलसिले में 'अनुचित और निराधार' आरोप लगाए गए हैं और मामले की जांच जारी है.
अमेरिका के साथ मजबूत रणनीतिक सहयोग : जयशंकर
सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों को सूचीबद्ध करते हुए, जयशंकर ने कहा, “मुझे लगता है, आज, अमेरिका के साथ हमारा काफी मजबूत रणनीतिक सहयोग है.'
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की प्रगति, उत्पादन में विविधता लाने, नयी आपूर्ति श्रृंखला बनाने, शांति व स्थिरता सुनिश्चित करने और उच्च-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को भारत-अमेरिका संबंधों के लक्ष्य करार दिया.
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