लोक सभा में अविश्वास प्रस्ताव अगले हफ्ते आएगा. इस बीच मोदी सरकार ने अपने पक्ष में बहुमत को और मज़बूत करने की कवायद तेज़ कर दी है. आंध्रप्रदेश में सत्ताधारी YSR कांग्रेस पार्टी के संसदीय दल के अध्यक्ष विजय साई रेड्डी ने गुरुवार को साफ़ शब्दों में एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का उनकी पार्टी विरोध करेगी. हालांकि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल अभी अपने पत्ते नहीं खोल रही है.
लोक सभा में अगले हफ्ते पेश होने वाले अविश्वास प्रस्ताव के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की YSR कांग्रेस पार्टी इस प्रस्ताव के विरोध में वोट करेगी. एनडीटीवी से बातचीत में YSR कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ सांसद विजयसाई रेड्डी ने ये बात कही. YSR कांग्रेस पार्टी संसदीय दल के अध्यक्ष विजय साई रेड्डी ने कहा कि हम सरकार के पक्ष में वोट डालेंगे. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के लोक सभा में 22 सांसद हैं जो अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट डालेंगे. इससे लोक सभा में सरकार की स्थिति और मज़बूत हुई है.
अविश्वास प्रस्ताव का क्या है अंकगणित?
फिलहाल लोकसभा में सांसदों की कुल संख्या 538 है, यानी बहुमत के लिए ज़रूरी आंकड़ा 270 का है. लोक सभा में बीजेपी के सांसदों की संख्या 301 हैं. यानी बीजेपी के पास ही स्पष्ट बहुमत है. एनडीए के सहयोगी दलों को मिलकर ये संख्या 330 के आसपास पहुंच जाती है.
बीजेपी सांसद सुशील सिंह ने क्या कहा?
बीजेपी सांसद सुशील सिंह ने NDTV से कहा कि कई मौकों पर जो पार्टियां एनडीए में नहीं भी हैं उन्होंने सरकार का खुलकर समर्थन किया है. कई बार वो सदन में अनुपस्थित भी रहे हैं. इस बार भी मैं आश्वस्त हूं की इस बार भी फिर ऐसा ही होगा. आकड़ों को लेकर हमलोग ही नहीं, विपक्ष को भी पता है कि उनकी बुरी तरह से हार होने वाली है. विपक्ष का नो कॉन्फिडेंस लाना एक हताश और निराश प्रयास है.
गैर-एनडीए और गैर-इंडिया पार्टियों का क्या होगा रुख?
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान ये देखना अहम होगा की बीजू जनता दल, टीडीपी और बसपा जैसे गैर-एनडीए और गैर-इंडिया पार्टियों का क्या रुख रहता है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल अब भी खुलकर अविश्वास प्रस्ताव पर नहीं बोल रही है.
"BJD सही समय पर फैसला लेगी"
बीजू जनता दल के सांसद अमर पटनायक ने NDTV से कहा कि BJD सही समय पर फैसला लेगी. अभी लोकसभा स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव की तारीख तय नहीं की है. अविश्वास प्रस्ताव की तारीख तय होने के बाद बीजू जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी का रुख तय करेंगे".
विपक्ष की क्या है रणनीति?
उधर विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव को एक राजनीतिक हथियार बता रहा है सरकार पर मणिपुर और दूसरे अहम मसलों पर चर्चा की मांग मनवाने के लिए. कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने NDTV से कहा कि "हमें नंबर से, बहुमत से फर्क नहीं पड़ता है. हमारे सामने जो पार्लियामेंट्री इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं हम उनका इस्तेमाल कर सकते हैं. जब आप एक नियम के तहत चर्चा नहीं होने देंगे तो हम दूसरे नियम का इस्तेमाल करेंगे आपसे जवाब लेने के लिए". वहीं आम आदमी पार्टी के लोक सभा MP, सुशील कुमार रिंकू ने कहा कि हम विपक्ष के साथ रहेंगे. विपक्ष एकजुट है. हम सभी विपक्ष एकजुट होकर वोट करेंगे अविश्वास प्रस्ताव पर.
ये भी पढ़ें-