बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को शुक्रवार को लखनऊ में अभिवादन करने के ऊपर बिहार की राजनीति में बवाल मचा हुआ हैं . विपक्ष ने शनिवार को सवाल किया कि आख़िर क्या मजबूरी है कि नीतीश इतना झुक गए. यूं तो लखनऊ में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के दूसरी बार मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण समारोह ( swearing-in ceremony) में भाजपाशासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री मौजूद थे लेकिन नीतीश कुमार ने जब इस अंदाज़ से प्रधान मंत्री मोदी से अपनी भी उपस्थिति जताई तो विपक्ष को एक मौक़ा मिल गया. पूर्व मुख्यमंत्री बाइट राबड़ी देवी ने कहा, नीतीश जी गए तो प्रधान मंत्री के गौरै पर गिर गये कोई मजबूरी रहा होगा यहां वहां रहा है. कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि असल में वो एक गठबंधन के साझेदार के साथ हैं उनकी संख्या कम हैं जनता दल यूनाइटेड की संख्या बल कम है.
वहीं नीतीश कुमार ने शनिवार को इस विवाद पर कुछ नहीं बोला लेकिन एनडीए नेताओं ने कहा कि शिष्टाचार को भी विरोधी तिल का ताड़ बना रहे हैं. जनता दल यूनाइटेड विधान पार्षद ग़ुलाम रसूल वलियावी ने कहा, माननीय प्रधानमंत्री का माननीय मुख्यमंत्री जी ने जो अभिवादन किया जो अदब का परिचय दिया, वो पढ़े लिखे लोगों में चर्चा का विषय हैं. बीजेपी के मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, एक दूसरे के प्रति आदर हैं. आदर के भाव से मिलना देश के प्रधान मंत्री और मुख्य मंत्री का ये स्वस्थ्य राजनीति की परंपरा है.
गौरतलब है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में शुक्रवार को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उनका शपथग्रहण समारोह इकाना स्टेडियम में हुआ था. इस दौरान बीजेपीशासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा गठबंधन के सहयोगी दलों के नेताओं को भी न्योता भेजा गया था. इसी के तहत नीतीश कुमार भी शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे.