वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस के उन आरोपों को गलत बताया है कि ED और आईटी जैसी एजेंसियां बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है. राजस्थान के जयपुर में बजट 2023 पर स्टेकहोल्डर्स के साथ इंटरेक्शन के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि ईडी और सीबीआई पूरे होमवर्क के साथ काम करती है. इन एजेंसियों की तरफ से कार्रवाई रातों रात नहीं की जाती है. सरकार पर बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाने से बेहतर है कि कांग्रेस पार्टी को यह बताना चाहिए कि उनके नेता पार्टी फंड के दुरुपयोग के मामले में जमानत पर क्यों हैं? साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भष्टाचार जैसे मुद्दों पर नहीं बोलना चाहिए.
सीतारमण ने कहा, 'कांग्रेस ने राजनीतिकरण की वजह से देश को आगे बढ़ने से रोकने वाले तंत्र को अपनाया क्योंकि उन्हें देश की चिंता नहीं है। उन्हे केवल उनके परिवार, वंश और उनकी पार्टी की भलाई की चिंता है. सालों तक गुजरात के लोग पानी को तरसते रहे लेकिन कांग्रेस ने परवाह नहीं की. यूपीए की सरकार ने नर्मदा के पानी को सालों तक कच्छ के क्षेत्र में नहीं जाने दिया.
वित्त मंत्री के समक्ष एक बैंकर ने RBI द्वारा महंगाई नियंत्रित करने के लिए रेपो रेट में की गयी वृद्धि का भी सवाल उठाया. जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कई पश्चिमी देशों के सेंट्रल बैंक ने इंटरेस्ट रेट बढ़ाया है इसलिए आरबीआई भारत के आर्थिक हितों को ध्यान में रखकर कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि आरबीआई भारतीय अर्थव्यवस्था को देख रहा है और जो भी आवश्यक निर्णय है वो उसके द्वारा ली जा रही है. हम में से कोई नहीं चाहेगा कि महंगाई कंट्रोल से बाहर हो जाए.
वित्त मंत्री का बयान ऐसे वक्त पर आया है जब महंगाई के मोर्चे पर चुनौती फिर बड़ी हो रही है. पिछले साल नवंबर-दिसम्बर मैं खुदरा महंगाई दर में लगातार गिरावट दर्ज़ हुई थी और खुदरा महंगाई दर दिसम्बर में घटकर 5.72% तक पहुंच गयी थी. लेकिन जनवरी, 2023 में खुदरा महंगाई दर फिर बढ़ कर 6.52% तक पहुँच गयी जो RBI के टॉलरेंस बैंड से ऊपर है.
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