केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी. महुआ मोइत्रा ने कल सरकार को निशाना बनाया था. उन्होंने सवाल उठाया था कि "पप्पू कौन है." कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के लिए बीजेपी 'पप्पू' संबोधन का उपयोग करके उनका मजाक उड़ाती रही है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में कहा, "माननीय सदस्य महुआ मोइत्रा ने सवाल किया है कि पप्पू कौन है, पप्पू कहां है. उन्हें खुद अपने पीछे देखना चाहिए, वे पश्चिम बंगाल में पप्पू को ढूंढ लेंगी ... सभी मैक्रो-इकोनॉमिक्स फंडामेंटल पर सवाल उठाए जा रहे हैं ... तो इसमें कोई शक नहीं कि जो आम लोगों को लाभ पहुंचाने की शानदार योजनाएं होती हैं, उन पर पश्चिम बंगाल बैठ जाता है, उन्हें लोगों तक पहुंचाता नहीं है. आपको 'पप्पू' कहीं और खोजने की जरूरत नहीं है.”
निर्मला सीतारमण ने महुआ मोइत्रा पर हमला करते हुए कहा कि, ''लेकिन यह और भी बुरा है, माचिस किसके हाथ में है. मैं इसके बहुत अधिक विस्तार में नहीं जाना चाहती, क्योंकि वे शायद अपने मसालेदार सवाल दागना चाहती थीं... लोकतंत्र में लोग नेता का चुनाव करते हैं. अनदेखा न करें कि लोग यह कहते हैं कि उन्हें सत्ता किसने दी है... गुजरात में बीजेपी की शानदार जीत हुई है, और देखें कि नई सरकार ने कितनी शांति से सत्ता संभाली है. इसकी तुलना बंगाल के विधानसभा चुनावों से करें. सवाल यह है कि वहां 'माचिस' का इस्तेमाल कैसे और किसके द्वारा किया गया? जब माचिस हमारे हाथ में थी, हमने उज्ज्वला, उजाला, पीएम किसान योजना, स्वच्छ भारत अभियान दिया. आपके हाथों में आई माचिस ने हमारे (बीजेपी) कार्यकर्ताओं को लूटा, बलात्कार किया."
महुआ मोइत्रा ने औद्योगिक उत्पादन पर अपने स्वयं के आंकड़ों का हवाला देते हुए आर्थिक प्रगति के अपने दावों को लेकर कल सरकार पर हमला किया था.
सरकार के अर्थव्यवस्था और लोगों को रसोई गैस, आवास और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं दिए जाने के दावों को "झूठ" करार देते हुए मोइत्रा ने कहा था कि आठ महीने बाद दिसंबर में स्थिति स्पष्ट हो गई है. उन्होंने कहा था कि सरकार ने कहा है कि उसे बजट अनुमान के अलावा 3.26 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि की जरूरत है. लेखक जोनाथन स्विफ्ट के हवाले से उन्होंने कहा, "झूठ उड़ता है और सच्चाई उसके पीछे लंगड़ाकर आती है."
उन्होंने कहा, "इस सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी ने 'पप्पू' शब्द गढ़ा. आप इसका इस्तेमाल बदनाम करने और अत्यधिक अक्षमता को दर्शाने के लिए करते हैं. लेकिन आंकड़े बताते हैं कि असली पप्पू कौन है." राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों का हवाला देते हुए महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि अक्टूबर में देश का औद्योगिक उत्पादन चार प्रतिशत घटकर 26 महीने के निचले स्तर पर आ गया, लेकिन विनिर्माण क्षेत्र, जो अभी भी सबसे बड़ा उत्पादक है, में नौकरियां, 5.6 प्रतिशत तक घट गई हैं.