कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गुजरात में एक भाजपा नेता द्वारा दायर आपराधिक मानहानि मामले में सजा के बाद राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता रद्द किए जाने की निंदा की है. शशि थरूर ने NDTV से कहा कि राहुल गांधी ने यह बिलकुल नहीं कहा था कि "मोदी उपनाम वाला हर व्यक्ति चोर है." उन्होंने कहा कि, "नीरव मोदी और ललित मोदी ओबीसी नहीं हैं."
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने NDTV से कहा कि, ''इसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता कि नीरव मोदी और ललित मोदी पिछड़े वर्ग से हैं. न तो वे जति के आधार पर पिछड़े वर्ग से हैं न ही धन-दौलत और लाइफ स्टाइल के मामले में पिछड़े हैं.'' थरूर ने यह बात राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी की ओर से लगाए जा रहे आरोप से संबंधित सवाल के जवाब में कही. राहुल पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने सन 2019 में की गई एक टिप्पणी में ओबीसी वर्ग के एक पूरे समुदाय का अपमान किया है. इसके कारण उनको कोर्ट ने मानहानि का दोषी ठहराया और वे लोकसभा सदस्यता के अयोग्य हो गए.
शशि थरूर ने कहा कि, ''वे (नीरव मोदी और ललित मोदी) विदेश में शानदार जीवन जी रहे हैं. मुझे लगता है कि यह कहना बेतुका है कि वे ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) से हैं. वे भगोड़े हैं और विदेश में लक्जरी लाइफ बिता रहे हैं.''
थरूर ने कहा कि, ''ध्यान देने वाली बात है कि राहुल गांधी ने कहा था - 'इन सबके नाम', जिसका मतलब है यह तीन लोग.. इसका मतलब यह नहीं कि सारे मोदी चोर हैं.. राहुल गांधी ने तीन व्यक्तियों के बारे में बात की थी. उन्हें ओबीसी से नहीं जोड़ा जा सकता.''
राहुल गांधी को संसद सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने से संबंधित सवाल पर शशि थरूर ने कहा कि, ''यह बड़ा झटका है, क्योंकि इससे उन्हें आठ साल तक चुनाव लड़ने से रोका जा सकता है. यह शुरुआती दौर का झटका है, लेकिन तथ्य यह है कि वास्तव में अगले 30 दिनों तक अपील की इजाजत मिली है और अपील की जाएगी.'' उन्होंने कहा कि, ''मुझे यकीन है कि अपील में बहुत तेजी से दोषसिद्धि पर रोक लगाने का अनुरोध किया जाएगा. मैं उम्मीद कर रहा हूं कि हम सबसे खराब हालात बनने से रोक सकते हैं, हमारे पास अच्छे वकील हैं. हमें विश्वास है कि शिकायत के आधार पर यह बहुत कमजोर केस है. मुझे विश्वास है कि शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी संभवतः यह साबित नहीं कर सकते हैं कि उन्हें निशाना बनाया गया था. इसलिए मुझे लगता है कि हमारे लिए यह पूरी तरह से संभव है कि हम स्टे लेने में सफल होंगे.''
शशि थरूर ने कहा कि, ''अच्छी खबर के साथ यह उम्मीद की किरण है अब अप्रत्याशित रूप से वास्तव में विपक्ष में अभूतपूर्व एकता आ गई है. उदाहरण के लिए, हमने क्षेत्रीय विपक्षी दलों को देखा है, सभी राज्यों में वे कांग्रेस को अपना एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी मानते रहे हैं. वे वास्तव में हमारे पक्ष में आकर खड़े हो रहे हैं. दिल्ली में केजरीवाल, बंगाल में ममता बनर्जी, हैदराबाद में के चंद्रशेखर राव अतीत में खुद को किसी भी तरह से कांग्रेस के साथ जोड़ने के लिए तैयार नहीं रहे हैं.''