कौन है निखिल गुप्ता? जिस पर US ने लगाया खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के लिए सुपारी देने का आरोप

निखिल गुप्ता एक भारतीय नागरिक है, जिस पर आरोप लगा है कि अमेरिका में रह रहे सिख अलगाववादी नेता की हत्या करने के लिए उसने किलर को सुपारी दी थी. अमेरिका का आरोप है कि निखिल गुप्ता भारत में बैठे एक शख्स के इशारे पर यह काम कर रहा था.

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साल 2007 में पन्नू ने सिख फ़ॉर जस्टिस की स्थापना की थी. इसका रजिस्टर्ड ऑफिस वॉशिंगटन में है.
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  • चेक गणराज्य में हिरासत में लिया गया निखिल गुप्ता
  • अमेरिका के न्याय विभाग ने 29 नवंबर को जारी किया था बयान
  • पन्नू की हत्या की आशंका से डरे खालिस्तानी प्रदर्शनकारी
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नई दिल्ली:

अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ( Gurpatwant Singh Pannun)की हत्या की कथित साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता (Nikhil Gupta) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है. अमेरिका के न्याय विभाग ने बुधवार (29 नवंबर) को आरोप लगाया कि निखिल गुप्ता ने अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में रह रहे एक अलगाववादी नेता (Khalistani Terrorist) की हत्या के लिए सुपारी दी थी. अमेरिका का कानून कहता है कि अगर कोई किसी की हत्या की साजिश रचता है या इस काम के लिए किसी को सुपारी देता है, तो इसके लिए अधिकतम 10 साल तक की सजा का प्रावधान है.

आइए जानते हैं कौन है निखिल गुप्ता और उसपर क्यों लगा खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप:-

कौन है निखिल गुप्ता?
निखिल गुप्ता एक भारतीय नागरिक है, जिस पर आरोप लगा है कि अमेरिका में रह रहे सिख अलगाववादी नेता की हत्या करने के लिए उसने किलर को सुपारी दी थी. अमेरिका का आरोप है कि निखिल गुप्ता भारत में बैठे एक शख्स के इशारे पर यह काम कर रहा था. हत्या के लिए किलर का इंतजाम उसी ने किया था. अमेरिकी दस्तावेजों में बताया गया कि वह ड्रग्स और हथियारों की तस्करी का काम भी करता था. 

52 वर्षीय निखिल गुप्ता को फिलहाल चेक गणराज्य में हिरासत में लिया गया है. दोषी पाए जाने पर उसे 20 साल तक की जेल का सामना करना पड़ सकता है. अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, अमेरिका के साथ द्विपक्षीय प्रत्यपर्ण संधि के अनुसार चेक गणराज्य ने 30 जून को निखिल गुप्ता को गिरफ्तार कर हिरासत में भेज दिया था. 
 

न्याय विभाग की प्रेस रिलीज में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी का भी जिक्र है, लेकिन उसका नाम नहीं बताया गया है. इस शख्स के लिए CC-1 का इस्तेमाल किया गया है, जो भारत और अमेरिका में निखिल गुप्ता समेत कई लोगों के साथ काम करता था. सिख अलगववादी नेता की हत्या की साजिश रचने का मास्टरमाइंड CC-1 को ही बताया जा रहा है.

हत्या की साजिश
एक उच्च पदस्थ भारतीय अधिकारी ने अपनी पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि कथित तौर पर न्यूयॉर्क शहर में पन्नू को निशाना बनाकर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. 'फाइनेंशियल टाइम्स' ने सूत्रों के हवाले से पिछले हफ्ते रिपोर्ट दी थी कि अमेरिकी अधिकारियों ने पन्नू के खिलाफ हत्या की साजिश का खुलासा किया है.

एक अभियोग में, अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने भारतीय अधिकारी को "CC-1" के रूप में संबोधित किया है. अमेरिकी संघीय अभियोजकों दावा किया है कि उन्होंने "न्यूयॉर्क शहर में रहने वाले भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक एक वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता" को खत्म करने के लिए भारत से साजिश रची थी.

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अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग में दावा किया गया है- "मई 2023 की शुरुआत में या उसके आसपास एन्क्रिप्टेड एप्लिकेशन पर CC-1 और निखिल गुप्ता के बीच टेलीफोनिक और इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन की एक सीरीज ट्रेस हुई है. इसमें CC-1 ने निखिल गुप्ता को भारत में अपने खिलाफ क्रिमिनल केस रफादफा कराने के बदले पन्नू की हत्या का इंतजाम करने को कहा. गुप्ता इस हत्या की साजिश रचने के लिए राजी हो गए थे. अपने इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन के अलावा निखिल गुप्ता ने पन्नू की हत्या की साजिश को आगे बढ़ाने के लिए नई दिल्ली में निजी तौर पर CC-1 से भी मुलाकात की.'' 


6 मई 2023 को जैसे ही एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप पर उनकी बातचीत शुरू हुई; भारत सरकार के कर्मचारी ने कथित तौर पर निखिल गुप्ता को एक मैसेज भेजा. इसमें कहा गया था, "यह (CC-1) है... मेरा नंबर (CC-1 के रूप में सेव करें)"  गुप्ता ने CC-1 का फोन नंबर वैसे ही सेव किया. अभियोग के मुताबिक, कुछ ही समय बाद, CC-1 ने निखिल गुप्ता को दूसरा मैसेज किया. इसमें बताया गया कि उनका एक टारगेट न्यूयॉर्क में और दूसरा कैलिफ़ोर्निया में है. CC-1 को सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के बैकग्राउंड वाला बताया गया है.


अमेरिकी एजेंट निकला किलर
भारतीय सरकारी कर्मचारी CC-1 के कहने पर निखिल गुप्ता ने हत्या के लिए एक किलर की तलाश शुरू की. इसके लिए निखिल गुप्ता एक शख्स के संपर्क में आया, जिसके जरिए वह न्यूयॉर्क में सुपारी किलर 'हिटमैन' से मिला. निखिल को लगा कि ये दोनों क्रिमिनल बैकग्राउंड से हैं, लेकिन असल में ये दोनों ही ड्रग एनफोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन के लिए काम करते थे.

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1 लाख डॉलर में हुई थी डील
जून में निखिल गुप्ता को टारगेट यानी सिख अलगाववादी नेता की डिटेल दी गई थी, जिसे उसने हिटमैन को ट्रांसफर कर दिया. दस्तावेज में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का भी जिक्र किया गया है. निखिल गुप्ता ने हिटमैन से कहा था कि निज्जर भी एक टारगेट था. लक्ष्य था. अमेरिकी दस्तावेज के मुताबिक, निखिल गुप्ता ने 30 जून के आसपास चेक रिपब्लिक की यात्रा की थी, जहां अमेरिकी अधिकारियों के अनुरोध पर निखिल गुप्ता तो गिरफ्तार कर लिया गया.

भारत की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने एक सरकारी अधिकारी द्वारा अमेरिकी धरती पर हत्या की साजिश का निर्देश देने के अमेरिकी आरोप को चिंता का विषय बताया. सरकार ने ऐलान किया कि इसके लिए एक हाईलेवल इन्वेस्टिगेशन कमेटी का गठन होगा और आरोपों की जांच कराई जाएगी.

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जहां तक एक व्यक्ति के खिलाफ अमेरिकी अदालत में दायर मामले का संबंध है, उसे कथित तौर पर एक भारतीय अधिकारी से जोड़ा गया है, यह चिंता का विषय है. हमने कहा है और मैं दोहराना चाहता हूं कि यह सरकारी नीति के भी विपरीत है.

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