महाराष्ट्र आईएसआईएस (ISIS) मॉड्यूल केस की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ा खुलासा किया है. अपने 4000 पन्नों के आरोप पत्र में एनआईए ने गिरफ्तार आरोपियों द्वारा देश में इस्लामिक संगठन को स्थापित करने की कोशिशों की सिलसिलेवार जानकारी दी है. सबसे बड़ी बात कि कश्मीर में आईएसआईएस को पैर पसारने के लिए जमीन तैयार करने का काम मुंबई का एक युवक ताबिश नसीर सिद्दीकी कर रहा था.
ताबिश नसीर सिद्दीकी मुंबई के भायखला का रहने वाला है. ताबिश महाराष्ट्र के आईएसआईएस मॉड्यूल केस में आरोपी नंबर एक है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हाल ही में दायर आरोप पत्र में बताया है कि ताबिश सिद्दीकी कश्मीर में आईएसआईएस के लिए जमीन तैयार करने का काम कर रहा था.
एनआईए के मुताबिक ताबिश साल 2018 में कश्मीर के कुपवाड़ा में एक सप्ताह तक रुका था. वहां से उसने ISIS को ईमेल के जरिए कश्मीर के हालात के साथ कश्मीर में ISIS का संगठन खड़ा करने का प्लान भी भेजा था.
इस केस को लेकर पूर्व आईपीएस पीके जैन ने कहा कि, ये बहुत ही खतरे वाली बात है देश के लिए. अगर इस तरह का मॉड्यूल एक ऐसे स्टेट में स्थापित हो गया जहां काफी समय तक आतंकी विचारधारा, भारत विरोधी विचारधारा बहुत लंबे समय तक चल रही थी, तो ये देश के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.
एनआईए ने ताबिश सहित कुल छह संदिग्ध आतंकियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. चार हजार पन्नों के आरोप पत्र में मुंबई से सटे ठाणे जिले के पडघा बोरीवली गांव के बारे में तो हैरान कर देने वाला खुलासा किया गया है. एनआईए का दावा है कि गिरफ्तार आरोपी पडघा बोरीवली गांव को मुल्क शाम (MULK SHAAM) यानी ग्रेटर सीरिया मानते थे. वहां 95 फीसदी मुस्लिम रहते हैं और सबसे बड़ी बात कि कोई भी विवाद होने पर वहां के बुजुर्ग खुद ही फैसला करते हैं. इतना ही नहीं, कोरोना काल में भी वहां की मस्जिदें और स्कूल बंद नही हुए थे. पडघा की छोटी मस्जिद में ही मुस्लिम युवकों को ISIS से जुड़ने के लिए मीटिंग भी हुआ करती थीं.
ठाणे जिले का पडघा बोरीवली गांव सालों से सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है. वजह है साकिब नाचन, जो मुंबई में बम धमाके का आरोपी भी रह चुका है. साकिब नाचन को हाल ही में एनआईए ने गिरफ्तार किया है.
एनआईए ने महाराष्ट्र आईएसआईएस मॉड्यूल केस में ताबिश के साथ जिन छह आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है, वे साल 2015 से एक-दूसरे के संपर्क में आना शुरू हुए थे. इसके लिए उन्होंने "Unity of Muslim Ummah", "Important" और "Meem" जैसे ग्रुप भी बनाए थे.
एनआईए के मुताबिक सभी आरोपी पुणे और आसपास के जंगल और पहाड़ी इलाकों में आतंकी ट्रेनिंग भी ले चुके हैं. उनके पास से मिले फोन और गजट से कई आपत्तिजनक भाषणों और आतंकी ट्रेनिंग के वीडियो भी बरामद हुए हैं.
एनआईए के मुताबिक ताबिश सिद्दीकी ने साथी आरोपियों को DIY किट भी साझा किया था, जिसका मतलब है Do It Yourself, यानी लोन वुल्फ. तो क्या आईएसआईएस की तैयारी देश में लोन वुल्फ तैयार करने की है?