NIA ने तमिलनाडु में तीन लिट्टे समर्थकों के खिलाफ आरोप पत्र किया दाखिल

एनआईए ने बताया कि जांच से पता चला कि तीनों आरोपियों ने साजिश रची और ‘वर्ल्ड तमिल जस्टिस कोर्ट’ (डब्ल्यूटीजेसी) नाम का संगठन बनाया था. 

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
यह मामला पहले 19 मई को ओमालूर पुलिस थाने में दर्ज किया गया था. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली:

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने तमिलनाडु में ‘लिबरेशन टाइगर्स तमिल ईलम' (लिट्टे) को फिर से खड़ा करने के मकसद से आतंकवादी गतिविधियों का षड्यंत्र रच रहे प्रतिबंधित समूह के तीन समर्थकों के खिलाफ शुक्रवार को आरोप पत्र दायर किया।. 

एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि तमिलनाडु से गिरफ्तार आरोपियों नवीन उर्फ चक्रवर्ती एम, संजय प्रकाश जे और ए कबीलर उर्फ कबीलन के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है. उन्होंने बताया कि 19 मई को तमिलनाडु में सेलम जिले के ओमालूर थाना क्षेत्र में पुलियमपट्टी डिवीजन के पास एक वाहन की जांच के दौरान दो देशी पिस्तौल, गोला-बारूद और गन पाउडर बरामद किए जाने के मामले में आरोप पत्र दायर किया गया है. 

प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी प्रतिबंधित संगठन लिट्टे से प्रेरित थे और सरकार के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़ने के उद्देश्य से लिट्टे जैसा संगठन बनाना चाहते थे. प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला पहले 19 मई को ओमालूर पुलिस थाने में दर्ज किया गया था और बाद में एनआईए ने इसे फिर से दर्ज किया. 

Advertisement

एनआईए ने बताया कि जांच से पता चला कि तीनों आरोपियों ने साजिश रची और ‘वर्ल्ड तमिल जस्टिस कोर्ट' (डब्ल्यूटीजेसी) नाम का संगठन बनाया था. 

Advertisement

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘उन्होंने अवैध आग्नेयास्त्रों, घातक हथियारों और विस्फोटक पदार्थों का उपयोग करके खदानों, क्रशर और टीएएसएमएसी (तमिलनाडु राज्य विपणन निगम लिमिटेड) की शराब की दुकानों में काम करने वाले लोगों पर हमला करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई थी.''

Advertisement

अधिकारी ने बताया कि जांच से यह भी पता चला कि वे 18 मई को हमला करना चाहते थे. श्रीलंकाई तमिल लोग और लिट्टे के समर्थक श्रीलंकाई गृहयुद्ध में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए 18 मई को मुलिविक्कल स्मरण दिवस मनाते हैं. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आरोपियों का मानना ​​था कि ये आतंकवादी कृत्य लोगों में डर फैलाएंगे और आम जनता एवं सरकार को एक कड़ा संदेश देंगे कि लिट्टे जैसे संगठन को तमिलनाडु में सफलतापूर्वक फिर से खड़ा किया गया है.''

Advertisement

यह भी पढ़ें - 
-- "पूरी तरह अस्वीकार्य" : राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने के SC के आदेश पर कांग्रेस
-- केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, जजों की नियुक्ति न करने पर जताई नाराजगी

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
India-Pakistan Tension: Indian Army ने बताया- 'पाकिस्तान के हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ'
Topics mentioned in this article