राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने लिट्टे से संबंध रख चुके एक व्यक्ति द्वारा चलायी जा रही सीमापार मानव तस्करी के मामले में शनिवार को एक प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया. एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गयी है. एनआईए ने बताया कि आरोपी सीनी अब्दुलखान को तमिलनाडु के रामनाथपुरम से पकड़ा गया.
इसमें कहा गया है, ‘‘फरार होने के तीन साल बाद एनआईए ने शनिवार को श्रीलंकाई मानव तस्करी मामले में एक प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया. यह तस्करी लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) आतंकवादी संगठन से संबंध रखने वाले एक श्रीलंकाई द्वारा चलायी जा रही थी.''
जांच एजेंसी ने कहा, ‘‘उसने झूठे वादों के जरिए 38 श्रीलंकाई नागरिकों को अपने जाल में फंसाने और उन्हें अवैध रूप से श्रीलंका से तमिलनाडु के विभिन्न स्थानों पर लाने के लिए अन्य आरोपियों के साथ साठगांठ की.'' एनआईए जांच के अनुसार कनाडा जाने के वास्ते वैध कागजात दिलाने में मदद करने का वादा करने के अलावा उन्हें नौकरी का लालच दिया गया था.
विस्तृत जांच के बाद एनआईए ने तीन फरार लोगों समेत 10 आरोपियों के विरूद्ध अक्टूबर, 2021 और जनवरी, 2024 के बीच आरोपपत्र दाखिल किया. फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए जांच चल रही है.