रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी के आवास के पास लावारिस कार में विस्फोटक रखने के मामले में एनआईए की टीम शुक्रवार को मामले की कड़ियों को जोड़ने पहुंची. एनआईए की टीम इस केस में आरोपी मुंबई पुलिस के अफसर सचिन वाजे को लेकर शुक्रवार रात 10.40 बजे घटनास्थल पर पहुंची. जांच अधिकारियों का मौके पर क्राइम सीन रिक्रिएट करने का इरादा है.
एनआईए को अंदेशा है कि लावारिस कार के पीछे एक और शख्स जो पीपीई किट पहने हुए दिखाई दे रहा था, वह सचिन वाजे (Sachin Vaze) ही था. लिहाजा उसने इस साजिश को कैसे अंजाम दिया, इसी गुत्थी को सुलझाने उसे घटनास्थल पर ले जाया गया है. वाजे उस लावारिस कार के मालिक मनसुख हिरेन के मामले (Mansukh Hiren Case) में भी संदिग्ध है. लिहाजा घटनास्थल से जुड़े कई सवालों का जवाब तलाशना बाकी है.
सचिन वाजे को घटनास्थल के पास लाकर पैदल चलाया गया. उसे पहले 3 बार शर्ट पैंट में पैदल चलाया गया. फिर उसके बाद कुर्ता और सिर पर रूमाल बांधकर चलने को कहा गया. दरअसल, लावारिस कार के पीछे दूसरी कार के पास जो शख्स चलता हुआ देखा गया था, वह ऐसे ही ढीला-ढाला कुर्ता पहने हुए था. एनआईए का मानना है कि वह सचिन वाजे ही था.
मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर संदिग्ध गाड़ी पार्किंग और मनसुख हिरेन हत्याकांड से जुड़े मामले में सचिन वाजे की अग्रिम जमानत याचिका पर आज ठाणे कोर्ट नें सुनवाई हुई. इस दौरान ATS ने कोर्ट को लिखित जवाब सौंपा. अब अगली सुनवाई 30 मार्च को होगी. इस बीच, मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. मामले की जांच कर रही NIA और ATS को 17 फरवरी का सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा है जिसमें मनसुख हिरेन और सचिन वाजे एक साथ दिखाई दे रहे हैं.
दोनों के बीच मुम्बई के फोर्ट इलाके में मर्सिडीज में 10 मिनट की मीटिंग भी हुई है जबकि मनसुख हिरेन ने बयान दिया था कि 17 फरवरी को उन्होंने अपनी स्कोर्पियो कार विक्रोली हाई वे पर छोड़ दिया था और टैक्सी से क्रॉफर्ड मार्किट गये थे. दूसरे दिन पता चला था कि स्कोर्पियो कार चोरी हो गई है. खास बात है कि मनसुख का वो बयान खुद सचिन वाजे ने लिया था और उसमें 17 फरवरी को खुद के मिलने का उल्लेख नहीं किया था.