- दुबई एयर शो में तेजस लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जिसमें विंग कमांडर नमांश स्याल की मौत हुई।
- दुर्घटना के समय विमान नेगेटिव जी टर्न ले रहा था और नीचे की ओर तेजी से गिरा.
- हादसे की वीडियो फुटेज में विमान के आग के गोले में बदलने और काले धुएं का दृश्य देखा गया.
तेजस लड़ाकू विमान शुक्रवार को दुबई एयर शो में क्रैश हो गया, जिसमें पायलट की मौत हो गई. पिछले दो वर्षों में स्वदेशी बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान से जुड़ी यह दूसरी दुर्घटना है. लेकिन यह विमान अब तक बेहद सफल, सुरक्षित व भरोसेमंद रहा है. स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भर चुके हैं. जानकारी के अनुसार, पायलट की पहचान विंग कमांडर नमांश स्याल के रूप में हुई है, जिनकी उम्र 35 वर्ष के आसपास थी और वह हिमाचल प्रदेश के निवासी थे. तेजस के क्रैश होने की कई वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें ये खौफनाक मंजर नजर आ रहा है.
विमान ज़मीन से टकराने से पहले नेगेटिव जी टर्न ले रहा था
रियल एस्टेट सलाहकार अबू बकर भी दुबई एयर शो का लुत्फ उठाने गए थे. ये अपने मोबाइल में शो की तस्वीरें ले रहे थे. तेजस के क्रैश होने की तस्वीरें भी उनके मोबाइल में कैद हो गईं. बकर द्वारा रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में तेजस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले के अंतिम क्षण दिखाई दे रहे हैं. एक सीट वाला हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस लड़ाकू विमान ज़मीन से टकराने से पहले नेगेटिव जी टर्न ले रहा था. विमान नेगेटिव जी मैनूवर से रोल में बदल गया, जो एक और एरोबेटिक मैनूवर है. हालांकि, इस समय विमान बहुत नीचे की ओर उड़ रहा था.
'जेट लगातार नीचे की ओर जाने लगा. हमें लगा कि पायलट...'
दुर्घटना के वीडियो फुटेज में विमान को अचानक ऊंचाई से गिरते और फिर आग के एक गोले में बदलते देखा जा सकता है. दुबई वर्ल्ड सेंट्रल स्थित अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ऊपर काला धुआं छा गया. ऐसे में एयर शो में मौजूद लोग डर गए. बकर ने घटना को याद करते हुए कहा, 'जेट लगातार नीचे की ओर जाने लगा. हमें लगा कि पायलट जेट को ऊपर खींच लेगा, लेकिन वह वहीं दुर्घटनाग्रस्त हो गया.' एनडीटीवी द्वारा प्राप्त प्रत्यक्षदर्शियों और वीडियो के अनुसार, विमान स्थानीय समयानुसार दोपहर लगभग 2:10 बजे नीचे गिरा. बकर ने कहा, 'देखने वाले स्तब्ध रह गए, यह अविश्वसनीय था.'
ये भी पढ़ें :- दुबई में 'तेजस' क्रैश ने दिलाई दुनिया के सबसे घातक एयर शो हादसों की याद
भारत के हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (HAL) और अमेरिकन कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक के बीच हाल ही में 7 नवंबर को एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ भी है. यह समझौता भारत के इस स्वदेशी लड़ाकू विमान के इंजन को लेकर है. अमेरिकी कंपनी इस समझौते के तहत भारत को 113 जेट इंजन सप्लाई करेगी. जेट इंजन की ये सप्लाई वर्ष 2032 तक पूरी होने की संभावना है. एचएएल ने 7 नवंबर को जीई के साथ इसके लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
इस समझौते में कुल 113 एफ 404‑जीई‑आईएन 20 इंजन एवं 97 एलसीए एमके 1ए कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु स्पोर्ट पैकेज शामिल है. यह समझौता भारत के लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, एलसीए एमके 1ए कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए है. ऐसा नहीं है कि दोनों कंपनियों के बीच यह पहली डील है. इससे पहले 2021 में दोनों कंपनियों के बीच 99 इंजन का एक समझौता हुआ था, लेकिन नया समझौता (113 इंजन) उसका फॉलो-ऑन ऑर्डर है.
ये भी पढ़ें :- तेजस क्रैश में शहीद विंग कमांडर नमांश स्याल की पत्नी भी पायलट, 7 साल की प्यारी बेटी














